श्री सूर्य सहस्त्र नामस्तोत्रम्
श्री सूर्य सहस्त्र नामस्तोत्रम् |
ॐ विश्वविदे नमः |
ॐ विश्वजिते नमः |
ॐ कर्त्रे नमः |
ॐ विश्वात्मने नमः |
ॐ विश्वतोमुखाय नमः |
ॐ विश्वेश्वराय नमः |
ॐ विश्वयोनये नमः |
ॐ नियतात्मने नमः |
ॐ जितेन्द्रियाय नमः |
ॐ कालाश्रयाय नमः || १० ||
ॐ कालकर्त्रे नमः |
ॐ कलघ्ने नमः |.........
ॐ कालनाशनाय नमः |
ॐ महायोगिने नमः |
ॐ महासिद्धये नमः |
ॐ महात्मने नमः |
ॐ सुमहाबलाय नमः |
ॐ प्रभवे नमः |
ॐ विभवे नमः |
ॐ भूतनाथाय नमः || २० ||
ॐ भुतात्मने नमः |
ॐ भुवनेश्वराय नमः |
ॐ भूतभव्याय नमः |
ॐ भावितात्मने नमः |
ॐ भूतान्तःकरणाय नमः |
ॐ शिवाय नमः |
ॐ शरण्याय नमः |
ॐ कमलानन्दाय नमः |
ॐ नन्दनाय नमः |
ॐ नन्दवर्द्धनाय नमः || ३० ||
ॐ वरेण्याय नमः |
ॐ वरदाय नमः |
ॐ योगिने नमः |
ॐ सुसंयुक्ताय नमः |
ॐ प्रकाशकाय नमः |
ॐ प्राप्तयानाय नमः |
ॐ परप्राणाय नमः |
ॐ पूतात्मने नमः |
ॐ प्रयताय नमः |
ॐ प्रियाय नमः || ४० ||
ॐ नयाय नमः |
ॐ सहस्रपदे नमः |
ॐ साधवे नमः |
ॐ दिव्यकुण्डलमण्डिताय नमः |
ॐ अव्यङ्गधारिणे नमः |
ॐ धीरात्मने नमः |
ॐ सवित्रे नमः |
ॐ वायुवाहनाय नमः |
ॐ समाहितमतये नमः |
ॐ दात्रे नमः || ५० ||
ॐ विधात्रे नमः |
ॐ कृतमङ्गलाय नमः |
ॐ कपर्दिने नमः |
ॐ कल्पपदे नमः |
ॐ रुद्राय नमः |
ॐ सुमनसे नमः |
ॐ धर्मवत्सलाय नमः |
ॐ समायुक्ताय नमः |
ॐ विमुक्तात्मने नमः |
ॐ कृतात्मने नमः || ६० ||
ॐ कृतिनां वराय नमः |
ॐ अविचिन्त्यवपुषे नमः |
ॐ श्रेष्ठाय नमः |
ॐ महायोगिने नमः |
ॐ महेश्वराय नमः |
ॐ कान्ताय नमः |
ॐ कामारये नमः |
ॐ आदित्याय नमः |
ॐ नियतात्मने नमः |
ॐ निराकुलाय नमः || ७० ||
ॐ कामाय नमः |
ॐ कारुणिकाय नमः |
ॐ कर्त्रे नमः |
ॐ कमलाकरबोधनाय नमः |
ॐ सप्तसप्तये नमः |
ॐ अचिन्त्यात्मने नमः |
ॐ महाकारुणिकोत्तमाय नमः |
ॐ संजीवनाय नमः |
ॐ जीवनाथाय नमः |
ॐ जयाय नमः || ८० ||
ॐ जीवाय नमः |
ॐ जगत्पतये नमः |
ॐ अयुक्ताय नमः |
ॐ विश्वनिलयाय नमः |
ॐ संविभागिने नमः |
ॐ वृषध्वजाय नमः |
ॐ वृषाकपये नमः |
ॐ कल्पकर्त्रे नमः |
ॐ कल्पान्तकरणाय नमः |
ॐ रवये नमः || ९० ||
ॐ एकचक्ररथाय नमः |
ॐ मौनिने नमः |
ॐ सुरथाय नमः |
ॐ रथिनां वराय नमः |
ॐ सक्रोधनाय नमः |
ॐ रश्मिमालिने नमः |
ॐ तेजोराशये नमः |
ॐ विभावसवे नमः |
ॐ दिव्यकृते नमः |
ॐ दिनकृते नमः || १०० ||
ॐ देवाय नमः |
ॐ देवदेवाय नमः |
ॐ दिवस्पतये नमः |
ॐ दीननाथाय नमः |
ॐ हराय नमः |
ॐ होत्रे नमः |
ॐ दिव्यबाहवे नमः |
ॐ दिवाकराय नमः |
ॐ यज्ञाय नमः |
ॐ यज्ञपतये नमः || ११० ||
ॐ पूष्णे नमः |
ॐ स्वर्णरेतसे नमः |
ॐ परावराय नमः |
ॐ परापरज्ञाय नमः |
ॐ तरणये नमः |
ॐ अंशुमालिने नमः |
ॐ मनोहराय नमः |
ॐ प्राज्ञाय नमः |
ॐ प्राज्ञपतये नमः |
ॐ सूर्याय नमः || १२० ||
ॐ सवित्रे नमः |
ॐ विष्णवे नमः |
ॐ अंशुमते नमः |
ॐ सदागतये नमः |
ॐ गन्धवहाय नमः |
ॐ विहिताय नमः |
ॐ विधये नमः |
ॐ आशुगाय नमः |
ॐ पतङ्गाय नमः |
ॐ पतगाय नमः || १३० ||
ॐ स्थाणवे नमः |
ॐ विहङ्गाय नमः |
ॐ विहगाय नमः |
ॐ वराय नमः |
ॐ हर्यश्वाय नमः |
ॐ हरिताश्वाय नमः |
ॐ हरिदश्वाय नमः |
ॐ जगत्प्रियाय नमः |
ॐ त्र्यम्बकाय नमः |
ॐ सर्वदमनाय नमः || १४० ||
ॐ भावितात्मने नमः |
ॐ भिषग्वराय नमः |
ॐ आलोककृते नमः |
ॐ लोकनाथाय नमः |
ॐ लोकालोकनमस्कृताय नमः |
ॐ कालाय नमः |
ॐ कल्पान्तकाय नमः |
ॐ वह्नये नमः |
ॐ तपनाय नमः |
ॐ सम्प्रतापनाय नमः || १५० ||
ॐ विलोचनाय नमः |
ॐ विरूपाक्षाय नमः |
ॐ सहस्त्राक्षाय नमः |
ॐ पुरंदराय नमः |
ॐ सहस्त्ररश्मये नमः |
ॐ मिहिराय नमः |
ॐ विविधाम्बरभूषणाय नमः |
ॐ खगाय नमः |
ॐ प्रतर्दनाय नमः |
ॐ धन्याय नमः || १६० ||
ॐ हयगाय नमः |
ॐ वाग्निशारदाय नमः |
ॐ श्रीमते नमः |
ॐ अशिशिराय नमः |
ॐ वाग्मिने नमः |
ॐ श्रीपतये नमः |
ॐ श्रीनिकेतनाय नमः |
ॐ श्रीकण्ठाय नमः |
ॐ श्रीधराय नमः |
ॐ श्रीमते नमः || १७० ||
ॐ श्रीनिवासाय नमः |
ॐ वसुप्रदाय नमः |
ॐ कामचारिणे नमः |
ॐ महामायाय नमः |
ॐ महोग्राय नमः |
ॐ अविदितामयाय नमः |
ॐ तीर्थक्रियावते नमः |
ॐ सुनयाय नमः |
ॐ विभक्ताय नमः |
ॐ भक्तवत्सलाय नमः || १८० ||
ॐ कीर्तये नमः |
ॐ कीर्तिकराय नमः |
ॐ नित्याय नमः |
ॐ कुण्डलिने नमः |
ॐ कवचिने नमः |
ॐ रथिने नमः |
ॐ हिरण्यरेतसे नमः |
ॐ सप्ताश्वाय नमः |
ॐ प्रयतात्मने नमः |
ॐ परंतपाय नमः || १९० ||
ॐ बुद्धिमते नमः |
ॐ अमरश्रेष्ठाय नमः |
ॐ रोचिष्णवे नमः |
ॐ पाकशासनाय नमः |
ॐ समुद्राय नमः |
ॐ धनदाय नमः |
ॐ धात्रे नमः |
ॐ मान्धात्रे नमः |
ॐ कश्मलापहाय नमः |
ॐ तमोघ्नाय नमः || २०० || ...............
ॐ ध्वान्तघ्ने नमः |.........................
ॐ वह्नये नमः |
ॐ होत्रे नमः |
ॐ अन्तःकरणाय नमः |
ॐ गुहाय नमः |
ॐ पशुमते नमः |
ॐ प्रयतानन्दाय नमः |
ॐ भूतेशाय नमः |
ॐ श्रीमतां वराय नमः |
ॐ नित्योदिताय नमः || २१० ||
ॐ नित्यरथाय नमः |
ॐ सुरेशाय नमः |
ॐ सुरपूजिताय नमः |
ॐ अजिताय नमः |
ॐ विजिताय नमः |
ॐ जेत्रे नमः |
ॐ जङ्गमस्थावरात्मकाय नमः |
ॐ जीवानन्दाय नमः |
ॐ नित्यगामिने नमः |
ॐ विजेत्रे नमः || २२० ||
ॐ विजयप्रदाय नमः |
ॐ पर्जन्याय नमः |
ॐ अग्नये नमः |
ॐ स्थितये नमः |
ॐ स्थेयाय नमः |
ॐ स्थविराय नमः |
ॐ निरञ्जनाय नमः |
ॐ प्रद्योतनाय नमः |
ॐ रथारुढाय नमः |
ॐ सर्वलोकप्रकाशनाय नमः || २३० ||
ॐ ध्रुवाय नमः |
ॐ मेषिणे नमः |
ॐ महावीर्याय नमः |
ॐ हंसाय नमः |
ॐ संसारतारकाय नमः |
ॐ सृष्टिकर्त्रे नमः |
ॐ क्रियाहेतवे नमः |
ॐ मार्तण्डाय नमः |
ॐ मरुतां पत्ये नमः |
ॐ मरुत्वते नमः || २४० ||
ॐ दहनाय नमः |
ॐ त्वष्ट्रे नमः |
ॐ भगाय नमः |
ॐ भर्गाय नमः |
ॐ अर्यम्णे नमः |
ॐ कपये नमः |
ॐ वरुणेशाय नमः |
ॐ जगन्नाथाय नमः |
ॐ कृतकृत्याय नमः |
ॐ सुलोचनाय नमः || २५० ||
ॐ विवस्वते नमः |
ॐ भानुमते नमः |
ॐ कार्याय नमः |
ॐ कारणाय नमः |
ॐ तेजसां निधये नमः |
ॐ असङ्गगामिने नमः |
ॐ तिग्मांशवे नमः |
ॐ धर्मांशवे घर्मांशवे नमः |....................
ॐ दीप्तदीधितये नमः |
ॐ सहस्त्रदीधितये नमः || २६० ||
ॐ ब्रध्नाय नमः |......
ॐ सहस्त्रांशवे नमः |
ॐ दिवाकराय नमः |
ॐ गभस्तिमते नमः |
ॐ दीधितिमते नमः |
ॐ स्त्रग्विणे नमः |
ॐ मणिकुलद्युतये नमः |
ॐ भास्कराय नमः |
ॐ सुरकार्यज्ञाय नमः |
ॐ सर्वज्ञाय नमः || २७० ||
ॐ तीक्ष्णदीधितये नमः |
ॐ सुरज्येष्ठाय नमः |
ॐ सुरपतये नमः |
ॐ बहुज्ञाय नमः |
ॐ वचसाम्पत्ये नमः |
ॐ तेजोनिधये नमः |
ॐ बृहत्तेजसे नमः |
ॐ बृहत्कीर्तये नमः |
ॐ बृहस्पतये नमः |
ॐ अहिमते नमः || २८० ||
ॐ उर्जिताय नमः |
ॐ धीमते नमः |
ॐ आमुक्ताय नमः |
ॐ कीर्तिवर्द्धनाय नमः |
ॐ महावैद्याय नमः |
ॐ गणपतये नमः |
ॐ धनेशाय नमः |
ॐ गणनायकाय नमः |
ॐ तीव्राय नमः |
ॐ प्रतापनाय नमः || २९० ||
ॐ तापिने नमः |
ॐ तापनाय नमः |
ॐ विश्वतापनाय नमः |
ॐ कार्तस्वराय नमः |
ॐ हृषीकेशाय नमः |
ॐ पद्मानन्दाय नमः |
ॐ अतिनन्दिताय नमः |
ॐ पद्मनाभाय नमः |
ॐ अमृताहाराय नमः |
ॐ स्थितिमते नमः || ३०० ||
ॐ केतुमते नमः |
ॐ नभसे नमः |
ॐ अनाद्यन्ताय नमः |
ॐ अच्युताय नमः |
ॐ विश्वस्मै नमः |
ॐ विश्वामित्राय नमः |
ॐ घृणये नमः |
ॐ विराजे नमः |
ॐ आमुक्तकवचाय नमः |
ॐ वाग्मिने नमः || ३१० ||
ॐ कुञ्जुकिने नमः |
ॐ विश्वभावनाय नमः |
ॐ अनिमित्तगतये नमः |
ॐ श्रेष्ठाय नमः |
ॐ शरण्याय नमः |
ॐ सर्वतोमुखाय नमः |
ॐ विगाहिने नमः |
ॐ वेणवे नमः |
ॐ असहाय नमः |
ॐ समायुक्ताय नमः || ३२० ||
ॐ समाक्रतवे नमः |
ॐ धर्मकेतवे नमः |
ॐ धर्मरतये नमः |
ॐ संहर्त्रे नमः |
ॐ संयमाय नमः |
ॐ यमाय नमः |
ॐ प्रणतार्तिहराय नमः |
ॐ वायवे नमः |
ॐ सिद्धकार्याय नमः |
ॐ जनेश्वराय नमः || ३३० ||
ॐ नभोविगाहनाय नमः |
ॐ सत्याय नमः |
ॐ सवितात्मने नमः
ॐ मनोहराय नमः |
ॐ हारिणे नमः |
ॐ हरये नमः |
ॐ हराय नमः |
ॐ वायवे नमः |
ॐ ऋतवे नमः |
ॐ कालानलद्युतये नमः || ३४० ||
ॐ महातेजसे नमः |
ॐ जगतामेककारणाय नमः |
ॐ महेन्द्राय नमः |
ॐ विष्टुताय नमः |
ॐ स्तोत्राय नमः |
ॐ स्तुतिहेतवे नमः |
ॐ प्रभाकराय नमः |
ॐ सहस्त्रकराय नमः |
ॐ आयुष्मते नमः || ३५० ||
ॐ अरोगदाय नमः |
ॐ सुखदाय नमः |
ॐ सुखिने नमः |
ॐ व्याधिन्धे नमः |
ॐ सुखदाय नमः |
ॐ सौख्याय नमः |
ॐ कल्याणाय नमः |
ॐ कलतां वराय नमः |
ॐ आरोग्यकारणाय नमः |
ॐ सिद्धये नमः || ३६० ||
ॐ ऋद्धये नमः |
ॐ वृद्धये नमः |
ॐ बृहस्पतये नमः |
ॐ हिरण्यरेतसे नमः |
ॐ आरोग्याय नमः |
ॐ विदुषे नमः |
ॐ ब्रध्नाय नमः |
ॐ बुधाय नमः |
ॐ महते नमः |
ॐ प्राणवते नमः || ३७० ||
ॐ धृतिमते नमः |
ॐ धर्माय नमः |
ॐ धर्मकृते नमः |
ॐ रूचिप्रदाय नमः |
ॐ सर्वप्रियाय नमः |
ॐ सर्वसहाय नमः |
ॐ सर्वशत्रुविनाशनाय नमः |
ॐ प्रांशवे नमः |
ॐ विद्यातनाय नमः |
ॐ द्योताय नमः || ३८० ||
ॐ सहस्त्रकिरणाय नमः |
ॐ कृतिने नमः |
ॐ केयूरिणे नमः |
ॐ भूषणोद्भसिने नमः |
ॐ भासिताय नमः |
ॐ भासनाय नमः |
ॐ अनलाय नमः |
ॐ शरण्यार्तिहराय नमः |
ॐ होत्रे नमः |
ॐ खद्योताय नमः || ३९० ||
ॐ खगतत्तमाय नमः |
ॐ सर्वद्योताय नमः |
ॐ भवद्योताय नमः |
ॐ सर्वद्युतिकराय नमः |
ॐ मताय नमः |
ॐ कल्याणाय नमः |
ॐ कल्याणकराय नमः |
ॐ कल्याय नमः |
ॐ कल्यकराय नमः |
ॐ कवये नमः || ४०० ||
ॐ कल्याणकृते नमः |
ॐ कल्यवपुषे नमः |
ॐ सर्वकल्याणभाजनाय नमः |
ॐ शान्तिप्रियाय नमः |
ॐ प्रसन्नात्मने नमः |
ॐ प्रशान्ताय नमः |
ॐ प्रशमप्रियाय नमः |
ॐ उदारकर्मणे नमः |
ॐ सुनयाय नमः |
ॐ सवर्चसे नमः || ४१० ||
ॐ वर्चसोज्ज्वलाय नमः |
ॐ वर्चस्विने नमः |
ॐ वर्चसामीशाय नमः |
ॐ त्रैलोक्येशाय नमः |
ॐ वशानुगाय नमः |
ॐ तेजस्विने नमः |
ॐ सुयशसे नमः |
ॐ वर्ष्मिणे नमः |
ॐ वर्णाध्यक्षाय नमः |
४२०. ॐ बलिप्रियाय नमः || ४२० ||
ॐ यशस्विने नमः |
ॐ तेजोनिलयाय नमः |
ॐ तेजस्विने नमः |
ॐ प्रकृतिस्थिताय नमः |
ॐ आकाशगाय नमः |
ॐ शीघ्रगतये नमः |
ॐ आशुगाय नमः |
ॐ गतिमते नमः |
ॐ खगाय नमः |
ॐ गोपतये नमः || ४३० ||
ॐ ग्रहदेवेशाय नमः |
ॐ गोमते नमः |
ॐ एकस्मै नमः |
ॐ प्रभञ्जनाय नमः |
ॐ जनित्रे नमः |
ॐ प्रजनाय नमः |
ॐ जीवाय नमः |
ॐ दीपाय नमः |
ॐ सर्वप्रकाशकाय नमः |
ॐ सर्वसाक्षिणे नमः || ४४० ||
ॐ योगनित्याय नमः |
ॐ नभस्वते नमः |
ॐ असुरान्तकाय नमः |
ॐ रक्षोध्नाय नमः |
ॐ विघ्नशमनाय नमः |
ॐ किरीटिने नमः |
ॐ सुमनः प्रियाय नमः |
ॐ मरीचिमालिने नमः |
ॐ सुमतये नमः |
ॐ कृताभिख्यविशेषकाय नमः || ४५० ||
ॐ शिष्टाचाराय नमः |
ॐ शुभाचाराय नमः |
ॐ स्वचाराचारतत्पराय नमः |
ॐ मन्दराय नमः |
ॐ माठराय नमः |
ॐ वेणवे नमः |
ॐ क्षुधापाय नमः |
ॐ क्ष्मापतये नमः |
ॐ गुरवे नमः |
ॐ सुविशिष्टाय नमः || ४६० ||
ॐ विशिष्टात्मने नमः |
ॐ विधेयाय नमः |
ॐ ज्ञानशोभनाय नमः |
ॐ महाश्वेताय नमः |
ॐ प्रियाय नमः |
ॐ ज्ञेयाय नमः |
ॐ सामगाय नमः |
ॐ मोक्षदायकाय नमः |
ॐ सर्ववेदप्रगीतात्मने नमः |
ॐ सर्ववेदलयाय नमः || ४७० ||
ॐ महते नमः |
ॐ वेदमूर्तये नमः |
ॐ चतुर्वेदाय नमः |
ॐ वेदभृते नमः |
ॐ वेदपारगाय नमः |
ॐ क्रियावते नमः |
ॐ असिताय नमः |
ॐ जिष्णवे नमः |
ॐ वरीयांशवे नमः |
ॐ वरप्रदाय नमः || ४८० ||
ॐ व्रतचारिणे नमः |
ॐ व्रतधराय नमः |
ॐ लोकबन्धवे नमः |
ॐ अङ्कृताय नमः |
ॐ अलङ्काराय नमः |
ॐ अक्षराय नमः |
ॐ वेद्याय नमः |
ॐ विद्यावते नमः |
ॐ विदिताशयाय नमः |
ॐ आकराय नमः || ४९० ||
ॐ भूषणाय नमः |
ॐ भूष्याय नमः |
ॐ भूष्णवे नमः |
ॐ भुवनपूजिताय नमः |
ॐ चक्रपाणये नमः |
ॐ ध्वजधराय नमः |
ॐ सुरेशाय नमः |
लोकवत्सलाय नमः |
ॐ वाग्मिपतये नमः |
ॐ महाबाहवे नमः || ५०० ||
ॐ प्रकृतये नमः |
ॐ विकृतये नमः |
ॐ गुणाय नमः |
ॐ अन्धकारापहाय नमः |
ॐ श्रेष्ठाय नमः |
ॐ युगावर्ताय नमः |
ॐ युगादिकृते नमः |
ॐ अप्रमेयाय नमः |
ॐ सदायोगिने नमः |
ॐ निरहङ्काराय नमः || ५१० ||
ॐ ईश्वराय नमः |
ॐ शुभप्रदाय नमः |
ॐ शुभाय नमः |
शास्त्रे नमः |
शुभकर्मणे नमः |
ॐ शुभप्रदाय नमः |
ॐ सत्यवते नमः |
ॐ श्रुतिमते नमः |
ॐ उच्चैर्नकाराय नमः |
ॐ वृद्धिदाय नमः || ५२० ||
ॐ आनलाय नमः |
ॐ बलभृते नमः |
ॐ बलदाय नमः |
ॐ बन्धवे नमः |
ॐ मतिमते नमः |
ॐ बालिनां वराय नमः |
ॐ अनङ्गाय नमः |
ॐ नागराजेन्द्राय नमः |
ॐ पद्मयोनये नमः |
ॐ गणेश्वराय नमः || ५३० ||
ॐ संवत्सराय नमः |
ॐ ऋतवे नमः |
ॐ नेत्रे नमः |
ॐ कालचक्रप्रवर्तकाय नमः |
ॐ पद्मेक्षणाय नमः |
ॐ पद्मयोनये नमः |
ॐ प्रभावते नमः |
ॐ अमराय नमः |
ॐ प्रभवे नमः |
ॐ सुमूर्तये नमः || ५४० ||
ॐ सुमतये नमः |
ॐ सोमाय नमः |
ॐ गोविन्दाय नमः |
ॐ जगदादिजाय नमः |
ॐ पीतवाससे नमः |
ॐ कृष्णवासवे नमः |
ॐ दिग्वाससे नमः |
ॐ इन्द्रियातिगाय नमः |
ॐ अतीन्द्रियाय नमः |
ॐ अनेकरूपाय नमः || ५५० ||
ॐ स्कन्दाय नमः |
परपुरञ्जयाय नमः |
ॐ शक्तिमते नमः |
ॐ जलधृजे नमः |
ॐ भास्वते नमः |
ॐ मोक्षहेतवे नमः |
ॐ अयोजिताय नमः |
सर्वदर्शिने नमः |
जितादर्शाय नमः |
ॐ दुःस्वप्नाशुभनाशनाय नमः || ५६० || ......
ॐ मङ्गल्यकर्त्रे नमः |
ॐ तरणये नमः |
ॐ वेगवते नमः |
ॐ कश्मलापहाय नमः |
ॐ स्पष्टाक्षराय नमः |
ॐ महामन्त्राय नमः |
ॐ विशाखाय नमः |
ॐ यजनप्रियाय नमः |
ॐ विश्वकर्मणे नमः |
ॐ महाशक्तये नमः || ५७० ||
ॐ द्युतये नमः |
ॐ ईशाय नमः |
ॐ विहङ्गमाय नमः |
ॐ विचक्षणाय नमः |
ॐ दक्षाय नमः |
ॐ इन्द्राय नमः |
ॐ प्रत्यूषाय नमः |
ॐ प्रियदर्शनाय नमः |
ॐ अखिन्नाय नमः |
ॐ वेदनिलयाय नमः || ५८० ||
ॐ वेदविदे नमः |
ॐ विदिताशयाय नमः |
ॐ प्रभाकराय नमः |
ॐ जितरिपवे नमः |
ॐ सुजानय नमः |
ॐ अरुणासारथये नमः |
ॐ कुनाशिने नमः |
ॐ सुरताय नमः |
ॐ स्कन्दाय नमः |
ॐ महिताय नमः || ५९० ||
ॐ अभिमताय नमः |
ॐ गुरवे नमः |
ॐ ग्रहराजाय नमः |
ॐ ग्रहपतये नमः |
ॐ ग्रहनक्षत्रमण्डलाय नमः |
ॐ भास्कराय नमः |
ॐ सततानन्दाय नमः |
ॐ नन्दनाय नमः |
ॐ नरवाहनाय नमः |
ॐ मङ्गलाय नमः || ६०० ||
ॐ मङ्गलवते नमः |
ॐ मङ्गल्याय नमः |
ॐ मङ्गलावहाय नमः |
ॐ मङ्गल्यचारुचरिताय नमः |
ॐ शीर्णाय नमः |
ॐ सर्वव्रताय नमः |
ॐ व्रतिने नमः |
ॐ चतुर्मुखाय नमः |
ॐ पद्ममालिने नमः |
ॐ पूतात्मने नमः || ६१० ||
ॐ प्रणतार्तिघ्ने नमः |
ॐ अकिञ्चनाय नमः |
ॐ सतामीशाय नमः |
ॐ निर्गुणाय नमः |
ॐ गुणवते नमः |
शुचये नमः |
ॐ सम्पूर्णाय नमः |
ॐ पुण्डरीकाक्षाय नमः |
ॐ विधेयाय नमः |
ॐ योगतत्पराय नमः || ६२० ||
ॐ सहस्त्रांशवे नमः |
ॐ क्रतुमतये नमः |
ॐ सर्वज्ञाय नमः |
ॐ सुमतये नमः |
ॐ सुवाचे नमः |
ॐ सुवाहनाय नमः |
ॐ माल्यदामम्ने नमः |.......
ॐ कृताहराय नमः |
ॐ हरिप्रियाय नमः |
ॐ ब्रह्मणे नमः || ६३० ||
ॐ प्रचेतसे नमः |
ॐ प्रथिताय नमः |
ॐ प्रयतात्मने नमः |
ॐ स्थिरात्मकाय नमः |
ॐ शतविन्दवे नमः |
ॐ शतमुखाय नमः |
ॐ गरीयसे नमः |
ॐ अनलप्रभाय नमः |
ॐ धीराय नमः |
ॐ महत्तराय नमः || ६४० ||
ॐ विप्राय नमः |
ॐ पुराणपुरुषोत्तमाय नमः |
ॐ विद्याराजाधिराजाय नमः |
ॐ विद्यावते नमः |
ॐ भूतिदाय नमः |
ॐ स्थिताय नमः |
ॐ अनिर्देश्यवपुषे नमः |
ॐ श्रीमते नमः |
ॐ विपाप्मने नमः |
ॐ बहुमङ्गलाय नमः || ६५० ||
ॐ स्वःस्थिताय नमः |
ॐ सुरथाय नमः |
ॐ स्वर्णाय नमः |
ॐ मोक्षदाय नमः |
ॐ बलिकेतनाय नमः |
ॐ निर्द्वन्द्वाय नमः |
ॐ द्वन्द्वध्ने नमः। ........
ॐ स्वर्गाय नमः |
ॐ सम्प्रकाशकाय नमः || ६६० ||
ॐ दयालवे नमः |
ॐ सूक्ष्मधिये नमः |
ॐ क्षान्तये नमः |
ॐ क्षोमक्षोमस्थितिप्रियाय नमः |
ॐ भूधराय नमः |
ॐ भूपतये नमः |
ॐ वक्त्रे नमः |
ॐ पवित्रात्मने नमः |
ॐ त्रिलोचनाय नमः |
ॐ महावराहाय नमः || ६७० ||
ॐ प्रियकृते नमः |
ॐ दात्रे नमः |
ॐ भोक्त्रे नमः |
ॐ अभयप्रदाय नमः |
ॐ चक्रवर्तिने नमः |
ॐ धृतिकराय नमः |
ॐ सम्पूर्णाय नमः |
ॐ महेश्वराय नमः |
ॐ चतुर्वेदधराय नमः |
ॐ अचिन्त्याय नमः || ६८० ||
ॐ विनिन्द्याय नमः |
ॐ विविधाशनाय नमः |
ॐ विचित्ररथाय नमः |
ॐ एकाकिने नमः |
ॐ सप्तसप्तये नमः |
ॐ परापरस्मै नमः |
ॐ सर्वोदधिस्थितिकराय नमः |
ॐ स्थितिस्थेयाय नमः |
ॐ स्थितिप्रियाय नमः |
ॐ निष्कलाय नमः || ६९० ||
ॐ पुष्कलाय नमः |
ॐ विभवे नमः |
ॐ वसुमते नमः |
ॐ वासवप्रियाय नमः |
ॐ पशुमते नमः |
ॐ वासवस्वामिने नमः |
ॐ वसुधाम्ने नमः |
ॐ वसुप्रदाय नमः |
ॐ बलवते नमः |
ॐ ज्ञानवते नमः || ७०० ||
ॐ तत्त्वाय नमः |
ॐ ओंकाराय नमः |
ॐ त्रिषु संस्थिताय नमः |
ॐ संकल्पयोनये नमः |
ॐ दिनकृते नमः |
ॐ भगवते नमः |
ॐ कारणापहाय नमः |
ॐ नीलकण्ठाय नमः |
ॐ धनाध्यक्षाय नमः |
ॐ चतुर्वेदप्रियंवदाय नमः || ७१० ||
ॐ वशट्काराय नमः |
ॐ उद्गात्रे नमः |
ॐ होत्रे नमः |
ॐ स्वाहाकाराय नमः |
ॐ हुताहुतये नमः |
ॐ जनार्दनाय नमः |
ॐ जनानन्दाय नमः |
ॐ नराय नमः |
ॐ नारायणाय नमः |
ॐ अम्बुदाय नमः || ७२० ||
ॐ संदेहनाशनाय नमः |
ॐ वायवे नमः |
ॐ धन्विने नमः |
ॐ सुरनमस्कृताय नमः |
ॐ विग्रहिणे नमः |
ॐ विमलाय नमः |
ॐ विन्दवे नमः |
ॐ विशोकाय नमः |
ॐ विमलद्युतये नमः |
ॐ द्युतिमते नमः || ७३० ||
ॐ द्योतनाय नमः |
ॐ विद्युते नमः |
ॐ विद्यावते नमः |
ॐ विदिताय नमः |
ॐ बलिने नमः |
ॐ धर्मदाय नमः |
ॐ हिमदाय नमः |
ॐ हासाय नमः |
ॐ कृष्णवर्त्मने नमः |
ॐ सुताजिताय नमः || ७४० ||
ॐ सावित्रीभाविताय नमः |
ॐ राज्ञे नमः |
ॐ विश्वमित्राय नमः |
ॐ घृणये नमः |
ॐ विराजे नमः |
ॐ सप्तर्चिषे नमः |
ॐ सप्ततुरगाय नमः |
ॐ सप्तलोकनमस्कृताय नमः |
ॐ सम्पूर्णाय नमः |
ॐ जगन्नाथाय नमः || ७५० ||
ॐ सुमनसे नमः |
ॐ शोभनप्रियाय नमः |
ॐ सर्वात्मने नमः |
ॐ सर्वकृते नमः |
ॐ सृष्टये नमः |
ॐ सप्तिमते नमः |
ॐ सप्तमीप्रियाय नमः |
ॐ सुमेधसे नमः |
ॐ मेधिकाय नमः |
ॐ मेध्याय नमः || ७६० ||
ॐ मेधाविने नमः |
ॐ मधुसूदनाय नमः |
ॐ अङ्गिरः पतये नमः |
ॐ कालज्ञाय नमः |
ॐ धूमकेतवे नमः |
ॐ सुकेतनाय नमः |
ॐ सुखिने नमः |
ॐ सुखप्रदाय नमः |
ॐ सौख्याय नमः |
ॐ कान्ताय नमः || ७७० ||
ॐ कान्तिप्रियाय नमः |
ॐ मुनये नमः |
ॐ संतापनाय नमः |
ॐ संतपनाय नमः |
ॐ आतपसे नमः |
ॐ तपसां पत्ये नमः |
ॐ उमापतये नमः |
ॐ सहस्त्रांशवे नमः |
ॐ प्रियंकराय नमः || ७८० ||
ॐ प्रीतये नमः |
ॐ विमन्यवे नमः |
ॐ अम्भोत्थाय नमः |
ॐ खञ्जनाय नमः |
ॐ जगताम्पतये नमः |
ॐ जगत्पित्रे नमः |
ॐ प्रीतमनसे नमः |
ॐ सर्वस्मै नमः |
ॐ खर्वाय नमः |
ॐ गुहाय नमः || ७९० ||
ॐ अचलाय नमः |
ॐ सर्वगाय नमः |
ॐ जगदानन्दाय नमः |
ॐ जगन्नेत्रे नमः |
ॐ सुरारिध्ने नमः |
ॐ श्रेसये नमः |
ॐ श्रेयस्कराय नमः |
ॐ ज्यायसे नमः |
ॐ महते नमः |
ॐ उत्तमाय नमः || ८०० ||
ॐ उद्भवाय नमः |
ॐ उत्तमाय नमः |
ॐ मेरुमेयाय नमः |
ॐ धरणाय नमः |
ॐ धरणीधराय नमः |
ॐ धराध्यक्षाय नमः |
ॐ धर्मराजाय नमः |
ॐ धर्माधर्मप्रवर्त्तकाय नमः |
ॐ रथाध्यक्षाय नमः |
ॐ रथगतये नमः || ८१० ||
ॐ तरुणाय नमः |
ॐ तनिताय नमः |
ॐ अनलाय नमः |
ॐ अनुत्तराय नमः |
ॐ तापिने नमः |
ॐ अवाक्पतये नमः |
ॐ अपाम्पतये नमः |
ॐ पुण्यसंकीर्तनाय नमः |
ॐ पुण्याय नमः || ८२० ||
ॐ हेतवे नमः |
ॐ लोकत्रयाश्रयाय नमः |
ॐ स्वर्भानवे नमः |
ॐ विशिष्टोत्कृष्टकर्मकृते नमः |
ॐ व्याधिप्रणाशनाय नमः |
ॐ क्षेमाय नमः |
ॐ शूराय नमः |
ॐ सर्वजितां वराय नमः |
ॐ एकरथाय नमः || ८३० ||
ॐ रथाधीशाय नमः |
ॐ शनैश्चरस्य पित्रे नमः |
ॐ वैवस्वतगुरवे नमः |
ॐ मृत्यवे नमः |
ॐ धर्मनित्याय नमः |
ॐ महाव्रताय नमः |
ॐ प्रलम्बहारसंचारिणे नमः |
ॐ प्रद्योताय नमः |
ॐ द्योतितानलाय नमः |
ॐ संतापहृते नमः || ८४० ||
ॐ परस्मै नमः |
ॐ मन्त्राय नमः |
ॐ मन्त्रमूर्तये नमः |
ॐ महाबलाय नमः |
ॐ श्रेष्ठात्मने नमः |
ॐ सुप्रियाय नमः |
ॐ शम्भवे नमः |
ॐ मरुतामीश्वरेश्वराय नमः |
ॐ संसारगतिविच्छेत्त्रे नमः |
ॐ संसारार्णवतारकाय नमः || ८५० ||
ॐ सप्तजिह्वाय नमः |
ॐ सहस्त्रार्चिषे नमः |
ॐ रत्नगर्भाय नमः |
ॐ अपराजिताय नमः |
ॐ धर्मकतवे नमः |
ॐ अमेयात्मने नमः |
ॐ धर्माधर्मवरप्रदाय नमः |
ॐ लोकसाक्षिणे नमः |
ॐ लोकगुरवे नमः |
ॐ लोकेशाय नमः || ८६० ||
ॐ चण्डवाहनाय नमः |
ॐ धर्मयूपाय नमः |
ॐ यूपवृक्षाय नमः |
ॐ धनुष्पाणये नमः |
ॐ धर्नुधराय नमः |
ॐ पिनाकधृजे नमः |
ॐ महोत्साहाय नमः |
ॐ महामायाय नमः |
ॐ महाशनाय नमः |
ॐ वीराय नमः || ८७० ||
ॐ शक्तिमतां श्रेष्ठाय नमः |
ॐ सर्वशस्त्रभृतां वराय नमः |
ॐ ज्ञानगम्याय नमः |
ॐ दुराराध्याय नमः |
ॐ लोहिताङ्गाय नमः |
ॐ विवर्द्धनाय नमः |
ॐ खगाय नमः |
ॐ अन्धाय नमः |
ॐ धर्मदाय नमः |
ॐ नित्याय नमः || ८८० ||
ॐ धर्मकृते नमः |
ॐ चित्रविक्रमाय नमः |
ॐ भगवते नमः |
ॐ आत्मवते नमः |
ॐ मन्त्राय नमः |
ॐ त्र्यक्षराय नमः |
ॐ नीललोहिताय नमः |
ॐ एकस्मै नमः |
ॐ अनेकाय नमः |
ॐ त्रय्यै नमः || ८९० ||
ॐ कालाय नमः |
ॐ सवित्रे नमः |
ॐ समितिञ्जयाय नमः |
ॐ शार्ङ्गधन्वने नमः |
ॐ अनलाय नमः |
ॐ भीमाय नमः |
ॐ सर्वप्रहरणायुधाय नमः |
ॐ सुकर्मणे नमः |
ॐ परमेष्ठिने नमः |
ॐ नाकपालिने नमः || ९०० ||
ॐ दिविस्थिताय नमः |
ॐ वदान्याय नमः |
ॐ वासुकये नमः |
ॐ वैद्याय नमः |
ॐ आत्रेयाय नमः |
ॐ पराक्रमाय नमः |
ॐ द्वापराय नमः |
ॐ परमोदराय नमः |
ॐ परमाय नमः |
ॐ ब्रह्मचर्यवते नमः || ९१० ||
ॐ उदीच्यवेशाय नमः |
ॐ मुकुटिने नमः |
ॐ पद्महस्ताय नमः |
ॐ हिमांशुभृते नमः |
ॐ सिताय नमः |
ॐ प्रसन्नवदनाय नमः |
ॐ पद्मोदरनिभाननाय नमः |
ॐ सायं दिवा दिव्यवपुषे नमः |
ॐ अनिर्देश्याय नमः |
ॐ महालयाय नमः || ९२० ||
ॐ महारथाय नमः |
ॐ महते नमः |
ॐ ईशाय नमः |
ॐ शेषाय नमः |
ॐ सत्त्वरजस्तमसे नमः |
ॐ धृतातपत्रप्रतिमाय नमः |
ॐ विमर्षिणे नमः |
ॐ निर्णयाय नमः |
ॐ स्थिताय नमः |
ॐ अहिंसकाय नमः || ९३० ||
ॐ शुद्धमतये नमः |
ॐ अद्वितीयाय नमः |
ॐ विवर्द्धनाय नमः |
ॐ सर्वदाय नमः |
ॐ धनदाय नमः |
ॐ मोक्षाय नमः |
ॐ विहारिणे नमः |
ॐ बहुदायकाय नमः |
ॐ चारूरात्रिहराय नमः |
ॐ नाथाय नमः || ९४० ||
ॐ भगवते नमः |
ॐ सर्वगाय नमः |
ॐ अव्ययाय नमः |
ॐ मनोहरवपुषे नमः |
ॐ शुभ्राय नमः |
ॐ शोभनाय नमः |
ॐ सुप्रभावनाय नमः |
ॐ सुप्रभावाय नमः |
ॐ सुप्रतापाय नमः |
ॐ सुनेत्राय नमः || ९५० ||
ॐ दिग्विदिक्पतये नमः |
ॐ राज्ञीप्रियाय नमः |
ॐ शब्दकराय नमः |
ॐ ग्रहेशाय नमः |
ॐ तिमिरापहाय नमः |
ॐ सैंहिकेयरिपवे नमः |
ॐ देवाय नमः |
ॐ वरदाय नमः |
ॐ वरनायकाय नमः |
ॐ चतुर्भुजाय नमः || ९६० ||
ॐ महायोगिने नमः |
ॐ योगीश्वरपतये नमः |
ॐ अनादिरुपाय नमः |
ॐ अदितिजाय नमः |
ॐ रत्नकान्तये नमः |
ॐ प्रभामयाय नमः |
ॐ जगत्प्रदीपाय नमः |
ॐ विस्तीर्णाय नमः |
ॐ महाविस्तीर्णमण्डलाय नमः |
ॐ एकचक्ररथाय नमः || ९७० ||
ॐ स्वर्णरथाय नमः |
ॐ स्वर्णशरीरधृजे नमः |
ॐ निरालम्बाय नमः |
ॐ गगनगाय नमः |
ॐ धर्मकर्मप्रभावकृते नमः |
ॐ धर्मात्मने नमः |
ॐ कर्मणां साक्षिणे नमः |
ॐ प्रत्यक्षाय नमः |
ॐ परमेश्वराय नमः |
ॐ मेरुसेविने नमः || ९८० ||
ॐ समेधाविने नमः |
ॐ मेरुरक्षाकराय नमः |
ॐ महते नमः |
ॐ आधारभूताय नमः |
ॐ रतिमते नमः |
ॐ धनधान्यकृते नमः |
ॐ पापसन्तापहर्त्रे नमः |
ॐ मनोवाञ्छितदायकाय नमः |
ॐ रोगहर्त्रे नमः |
ॐ राज्यदायिने नमः || ९९० ||
ॐ रमणीयगुणाय नमः |
ॐ अनृणिने नमः |
ॐ कालत्रयानन्तरूपाय नमः |
ॐ मुनिवृन्दनमस्कृताय नमः |
ॐ सन्ध्यारागकराय नमः |
ॐ सिद्धाय नमः |
ॐ सन्ध्यावन्दनवन्दिताय नमः |
ॐ साम्राज्यदाननिरताय नमः |
ॐ समाराधनतोषवते नमः |
ॐ भक्तदुःखक्षयकराय नमः || १००० ||
ॐ भवसागरतारकाय नमः |
ॐ भयापहर्त्रे नमः |
ॐ भगवते नमः |
ॐ अप्रमेयपराक्रमाय नमः |
ॐ मनुस्वामिने नमः |
ॐ मनुपतये नमः |
ॐ मान्याय नमः |
ॐ मन्वन्तराधिपाय नमः || १००८ ||
|| इति श्रीसूर्यसहस्त्रनामावलिः सम्पूर्णा ||
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