गजाननादि चतुः षष्टियोगिनी | 64 yogini naam |

 

गजाननादि चतुः षष्टियोगिनीना

गजाननादि चतुः षष्टियोगिनी



ॐ महाकाल्यै नमः |
ॐ महालक्ष्म्यै नमः |
ॐ महासरस्वत्यै नमः |
ॐ गजाननायै नमः |
ॐ सिंहमुख्यै नमः |
ॐ गृध्रास्यायै नमः |
ॐ काकतुण्डिकायै नमः |
ॐ उष्ट्रग्रीवायै नमः |
ॐ हयग्रीवायै नमः |
ॐ वाराह्यै नमः |
ॐ शरभाननायै नमः |
ॐ उलुकिकायै नमः |
ॐ शिवारावायै नमः |
ॐ मयूर्यै नमः |
ॐ विकटाननायै नमः |
ॐ अष्टवक्रायै नमः |
ॐ कोटराक्ष्यै नमः |
ॐ कुब्जायै नमः |
ॐ विकटलोचनायै नमः |
ॐ शुष्कोदर्यै नमः |
ॐ ललज्जिह्वायै नमः |
ॐ श्वदंष्ट्रायै नमः |
ॐ वानराननायै नमः |
ॐ रुक्षाक्ष्यै नमः |
ॐ केकराक्ष्यै नमः |
ॐ बृहत्तुण्डायै नमः |
ॐ सुराप्रियायै नमः |
ॐ कपालहस्तायै नमः |
ॐ रक्ताक्ष्यै नमः |
ॐ शुक्यै नमः |
ॐ श्येन्यै नमः |
ॐ कपोतिकायै नमः |
ॐ पाशहस्तायै नमः |
ॐ दण्डहस्तायै नमः |
ॐ प्रचण्डायै नमः |
ॐ चण्डविक्रमायै नमः |
ॐ शिशुध्न्यै नमः |
ॐ पापहन्त्र्यै नमः |
ॐ काल्यै नमः |
ॐ रुधिरपायिन्यै नमः |
ॐ वसाधयायै नमः |
ॐ गर्भभक्षायै नमः |
ॐ शवहस्तायै नमः |
ॐ आन्त्रमालिन्यै नमः |
ॐ स्थूलकेश्यै नमः |
ॐ बृहत्कुक्ष्यै नमः |
ॐ सर्पास्यायै नमः |
ॐ प्रेतवाहनायै नमः |
ॐ दन्दशूककरायै नमः |
ॐ क्रौंच्यै नमः |
ॐ मृगशीर्षायै  नमः |
ॐ वृषाननायै नमः |
ॐ  व्यात्तास्यायै नमः |
ॐ धूमनिःश्वासायै नमः |
ॐ व्योमैकचरणोर्ध्वद्दशे नमः |
ॐ तापिन्यै नमः |
ॐ शोषणीद्दष्टयै नमः |
ॐ कोटर्यै नमः |
ॐ स्थूलनासिकायै नमः |
ॐ विद्युत्प्रभायै नमः |
ॐ बलाकास्यायै नमः |
ॐ मार्जार्यै नमः |
ॐ कटपूतनायै नमः |
ॐ अट्टाट्टहासायै नमः |
ॐ कामाक्ष्यै नमः |
ॐ मृगाक्ष्यै नमः |
ॐ मृगलोचनायै नमः |

|| अस्तु ||
karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

Post a Comment

Previous Post Next Post