वामन अर्घ्य मंत्र | Vaman Arghya Mantra |


वामन अर्घ्य मंत्र


वामन अर्घ्य मंत्र


नमस्ते पद्मनाभाय, नमस्ते जलशायिने ||
तुम्यमर्घ्यं प्रयच्छामि, बालवामनरुपिणे ||



|| अस्तु ||
karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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