धूप अर्पण करनेका विधान
चंदन सहित काला अगर, कर्पूर, घी और गूगल के सहित
( चाहे तो लोबान का प्रयोग मिश्र कर कर सकते है )
धूप महादेवी को जो अर्पण करता है,
प्रातः और सायं काल यह धूप करे |
धूपसे मंदिरको सुगन्धित करनेवाले पर प्रसन्न हुई
देवेश्वरी तीनो भुवनो को अर्पण करती है |
कर्पूरके साथ दिये को अर्पण करनेवालेको सूर्यलोक की प्राप्ति होती है |
सावधान चित्तसे सेकड़ो और हजारो दिये अर्पण करनेका विधान है |
Tags:
Karmkand