कपिला षष्ठी व्रत कैसे करे ? Kapila Shashthi vrat |

 

सूर्यकृपा प्राप्त करने का उत्तम व्रत
कपिला षष्ठी व्रत  कैसे करे ?
क्या होता है कपिला षष्ठी व्रत ?

कपिला षष्ठी व्रत  कैसे करे ?

जाने अनजाने में किये सभी पापो का विनाश करने का उत्तम दिवस

कपिला षष्ठी व्रत इस दिवस किया हुआ यज्ञ दान श्राद्ध करोड़ गुना फल देगा

कपिला षष्ठी के दिवस प्रातःकाल गौमाता के दूध में केसर मिश्रित कर स्नान करे

पश्चात पंचगव्य या गौमूत्र से स्नान करे

स्नान करते समय यह मंत्र बोले

आपस्त्वमसि देवेश ज्योतिषां पतिरेव च |

पापं नाशय में देव वांगमनःकायकर्मजं ||

यह स्नान कर के फिर पंचगव्य या गौमूत्र से स्नान करे

पश्चात् शुद्धजल से स्नान कर ले |


उसके पश्चात भगवान् सूर्य को इस मंत्र से अर्घ्य दे

ॐसूर्याय नमः |

ॐ तपनाय नमः |

ॐ स्वर्णरेतसे नमः |

ॐ रवये नमः |

ॐ आदित्याय नमः |

ॐ दिवाकराय नमः |

ॐ प्रभाकराय नमः |

ॐ सूर्याय नमः |


अर्घ्य मंत्र 

प्रभाकर नमस्तुभ्यं संसारांन्मां समुद्धर | 

भुक्तिमुक्तिप्रदो यस्मात तस्माच्छान्तिं प्रयच्छ में || 

नमो नमस्ते वरद ऋकसामयजुषां पते | 

नमोस्तु विश्वरूपाय विश्वधात्रे नमोस्तुते || 


इन आठ शक्तिशाली मंत्रो से अर्घ्य देकर

सूर्यनारायण को नमस्कार करे |


पश्चात जितना हो सके रात्रिकाल में जागरण करे और दूसरे दिन

जब यह व्रत पूर्ण हो जाए स्नान आदि कर के

कपिला गाय - सूर्य मूर्ति का ब्राह्मण को दान करे |

|| अस्तु ||

karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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