धन्वंतरि स्तोत्र | Dhanvantari Stotra |

 

धन्वंतरि स्तोत्र 

धन्वंतरि स्तोत्र 


ॐ शंखं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्भिः 
सूक्ष्मस्वच्छातिह्रद्यांशुक परिविलसन्मौलिमम्भोजनेत्रम् | 
कालाम्भोदोज्ज्वलाङ्गं कटितटिविलसच्चारुपीताम्बराढ्यम् 
वन्दे धन्वंतरिं तँ निखिलगदवनप्रौढ़दावाग्निलीलम || १ || 

ॐ नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वन्तरायेः 
अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व 
रोगनिवारणाय त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय 
श्री महाविष्णु स्वरुप धन्वन्तरि स्वरुप 
श्री श्री श्री औषध चक्र नारायणाय नमः || २ || 

|| धन्वन्तरि स्तोत्र सम्पूर्णम || 


karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

Post a Comment

Previous Post Next Post