गणेश द्वादश नाम स्तोत्र | Ganesha Dwadash Naam |

 


गणेश द्वादश नाम स्तोत्र 

गणेश द्वादश नाम स्तोत्र 


श्री पद्ममहापुराण के  सृष्टिखण्ड में यह उत्तम 
विघ्न का नाश करनेवाले गणपति के 12 नामो का वर्णन किया हुआ है | 
इसका नित्य सुबह सिर्फ एक पाठ करने से सभी कार्य सफल हो जाते है | 
सम्पूर्ण विश्व उसके वश में हो जाता है | 
एवं किसी भी विघ्न का सामना नहीं करना पड़ता | 

गणेश द्वादश नाम स्तोत्र एवं नामावली 
ॐ गणपतिर्विघ्नराजो लंबतुण्डो गजाननः | 
द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः || 
विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः | 
द्वादशैतानि नामानि प्रातरूत्थाय यः पठेत् || 
विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत् क्वचित् || 
( श्री पद्ममहापुराण\सृष्टिखण्ड )

गणपति 
विघ्नराज 
लंबतुण्ड 
गजानन 
द्वैमातुर 
हेरम्ब 
एकदन्त 
गणाधिप 
विनायक 
चारुकर्ण 
पशुपाल 
भवात्मज 

यह गणेशजी के बारह सर्वोत्तम नाम है | 
जिनका प्रातःकाल स्मरण करने से सभी विघ्नो का नाश हो जाता है | 

|| अस्तु || 


karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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