विषकन्या किसे कहते है ? विषकन्या दोष
विषकन्या दोष |
विषकन्या दोष को विपांगना दोष भी कहते है |
विषकन्या दोष होने से उस कन्या का सर्वस्व विनाश कर देती है |
विषकन्या दोष होने से वो लड़की छोटी उम्र में ही विधवा हो जाती है |
या बहुविवाह होते है |
जन्मकुंडली कैसे बनता है विषकन्या दोष ?
सही निवारण क्या है ?
विषकन्या किसे कहते है ? विषकन्या दोष
तो ऐसे में क्या करे ?
विषकन्या दोष किसे कहते है ?
ॐ सूर्यभौमार्किवारेषु भद्रातिथीशताभिधे |
आश्लेषा कृत्तिकाचेत्स्यात्तत्र जाता विपांगना ||
सावित्र्यादिव्रतं कृत्वा वैधव्यविनिवृत्तये |
अश्वत्थादि भिरूद्वाह्य दद्यात्तां चिरजीविने ||
अर्थात
रविवार के दिन द्वितीया तिथि शतभिषा नक्षत्र हो
मंगळवार के दिन सप्तमी तिथि हो आश्लेषा नक्षत्र हो
शनिवार के दिन द्वादशी तिथि हो कृत्तिका नक्षत्र हो तो
इस सब संयोग में कन्या का जन्म हो तो उसे विपांगना कहते है |
उपाय
ऐसी कन्या को सावित्री व्रत करना चाहिए |
अश्वत्थ ( पीपल ) के पेड़ से विवाह करना चाहिए |
उसके पश्चात दिर्घायुष्य ग्रह वाले लड़के
से विवाह करने से यह दोष नष्ट हो जाता है ||
|| विष कन्या दोष समाप्त ||
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Jyotish