भूमि दोष | नए घर के लिए कैसी जमीन होनी चाहिए ?
नया घर कैसी जमीन पर बनाना चाहिए ?
कई बार होता है की भूमि दोष की वजह से कई प्रकार के दुःख भुगतने पड़ते है |
कुछ भूमि ऐसी होती है जैसे तरसी ( प्यासी )
जमीन इसी वजह से उस जमीन पर रहने वाले लोग बहुत ही परेशान होते है |
कई प्रकार के कष्ट भुगतते है |
तो कैसे भूमि की का परीक्षण करना चाहिए |
नए घर के लिए कैसी जमीन होनी चाहिए ?
हस्तमात्रं खनेत्खातं जलेनैव प्रपूरयेत् |
पूरिते वास्तुकर्ता च गच्छेत्पदशतं पुनः ||
समागत्याम्भसो वृद्धिं दृष्ट्वा वृद्धिरनुत्तमा |
समेऽपि स्यान्महावृद्धिः क्षये क्षयमथादिशेत् ||
एक हाथ जितना गहरा ( निचा ) गड्डा खोदे और उसमे पानी डाले |
जो मनुष्य पूजा करे वो उसके बाद किसी भी दिशा में
सौ पैर तक चले | फिर वापिस लौटे |
लौटने के बाद फिर वो देखे |
अगर उसमे पानी बढ़ने लगे या पानी बढ़ा हुआ हो तो
वो भूमि और वहा बनने वाला घर उन्नति कारक-कल्याणकारक समझे
अगर पानी उतना ही रहे अति कल्याणदायी
पानी अगर जमीन पि जाये तो बिलकुल पानी ना रहे तो
तो वह विनाशकारी होता है ||
इस तरह से भूमि का परीक्षण कर के नयी जमीन पर घर बनाना चाहिए ||
|| अस्तु ||
Tags:
Jyotish