तिथी और देवता | तिथी के देवता | TIthi Ke Devta |


तिथी और देवता


तिथी और देवता | तिथी के देवता | TIthi Ke Devta |
तिथी और देवता


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कोई मनुष्य अपनी जन्मतिथी के देवता की 
आराधना करता है |
 तो उसके जन्मकुन्डली से जुड़े और तिथी से सम्बन्धित सभी दोष समाप्त हो जाते है | 

तिथी और उनके देवता के नाम 
तिथी        देवता 
प्रतिपदा - अग्नि 
द्वितीया -  ब्रह्मा 
तृतीया -   गौरी 
चतुर्थी -   गणेश 
पञ्चमी -  शेषनाग 
षष्ठी  -  कार्तिकेय 
सप्तमी - सूर्य 
अष्टमी - शिव
नवमी - दुर्गा 
दशमी - काल 
एकादशी - विश्वेदेव ( विश्वेदेवा )
द्वादशी - विष्णु 
त्रयोदशी - कामदेव 
चतुर्दशी - शिव 
पूर्णिमा - चन्द्रमा 
अमावस्या - पितर 
इन तिथियों के अनुसार अपनी जन्मतिथी के देवता की आराधना करनी चाहिए | 

|| अस्तु || 

karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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