श्री विष्णुसहस्त्र नामावली | Shri Vishnu Sahastra Namavali |

श्री विष्णु सहस्त्र नामावली

श्री विष्णुसहस्त्र नामावली | Shri Vishnu Sahastra Namavali |
श्री विष्णुसहस्त्र नामावली

ॐ विश्वस्मै नमः |
ॐ विष्णवे नमः |
ॐ वषट्काराय नमः|
ॐ भूतभव्य भवत्प्रभवे नमः |
ॐ भूतकृते नमः |
ॐ भूतभृते नमः |
ॐ भावाय नमः |
ॐ भूतात्मने नमः |
ॐ भूतभावनाय नमः |
ॐ पूतात्मने नमः || १० ||

ॐ परमात्मने नमः |
ॐ मुक्तानां परमागतये नमः |
ॐ अव्ययाय नमः |
ॐ पुरुषाय नमः |
ॐ साक्षिणे नमः |
ॐ क्षेत्रज्ञाय नमः |
ॐ अक्षराय नमः |
ॐ योगाय नमः |
ॐ योगविदां नेत्रे नमः |
ॐ प्रधानपुरुषेश्वराय नमः || २० ||

ॐ नारसिंहवपुषे नमः |
ॐ श्रीमते नमः |
ॐ केशवाय नमः |
ॐ पुरुषोत्तमाय नमः |
ॐ सर्वस्मै नमः |
ॐ शर्वाय नमः |
ॐ शिवाय नमः |
ॐ स्थाणवे नमः |
ॐ भूतादये नमः |
ॐ निधये अव्ययाय नमः || ३० ||
 
ॐ सम्भवाय नमः |
ॐ भावनाय नमः |
ॐ भर्त्रे नमः |
ॐ प्रभवाय नमः |
ॐ प्रभवे नमः |
ॐ ईश्वराय नमः |
ॐ स्वयम्भुवे नमः |
ॐ शम्भवे नमः |
ॐ आदित्याय नमः |
ॐ पुष्कराक्षाय नमः || ४० ||

ॐ महास्वनाय नमः |
ॐ अनादिनिधनाय नमः |
ॐ धात्रे नमः |
ॐ विधात्रे नमः |
ॐ धातवे उत्तमाय नमः |
ॐ अप्रमेयाय नमः |
ॐ हृषिकेशाय नमः |
ॐ पद्मनाभाय नमः |
ॐ अमरप्रभवे नमः |
ॐ विश्वकर्मणे नमः || ५० ||
 
ॐ मनवे नमः |
ॐ त्वष्ट्रे नमः |
ॐ स्थविष्ठाय नमः |
ॐ स्थविराय ध्रुवाय नमः |
ॐ अग्राह्याय नमः |
ॐ शाश्वताय नमः |
ॐ कृष्णाय नमः |
ॐ लोहिताक्षाय नमः |
ॐ प्रतर्दनाय नमः |
ॐ प्रभूताय नमः || ६० ||
 
ॐ त्रिककुब्धाम्ने नमः |
ॐ पवित्राय नमः |
ॐ मङ्गलपराय नमः |
ॐ ईशानाय नमः |
ॐ प्राणदाय नमः |
ॐ प्राणाय नमः |
ॐ ज्येष्ठाय नमः |
ॐ श्रेष्ठाय नमः |
ॐ प्रजापतये नमः |
ॐ हिरण्यगर्भाय नमः || ७० ||
 
ॐ भूगर्भाय नमः | 
ॐ माधवाय नमः | 
ॐ मधुसूदनाय नमः | 
ॐ ईश्वराय नमः |
ॐ विक्रमिणे नमः | 
ॐ धन्विने नमः |
ॐ मेधाविने नमः |
ॐ विक्रमाय नमः |
ॐ क्रमाय नमः |
ॐ अनुत्तमाय नमः || ८० ||

ॐ दुराधर्षाय नमः | 
ॐ कृतज्ञाय नमः |
ॐ कृतये नमः |
ॐ आत्मवते नमः |
ॐ सुरेशाय नमः |
ॐ शरणाय नमः |
ॐ शर्मणे नमः |
ॐ विष्वरेतसे नमः |
ॐ प्रजाभवाय नमः |
ॐ अह्ने नमः || ९० ||

ॐ संवत्सराय नमः |
ॐ व्यालाय नमः |
ॐ प्रत्ययाय नमः |
ॐ सर्वदर्शनाय नमः |
ॐ अजाय नमः |
ॐ सर्वेश्वराय नमः |
ॐ सिद्धाय नमः |
ॐ सिद्धये नमः |
ॐ सर्वादये नमः |
ॐ अच्युताय नमः ||  १०० ||

ॐ वृषाकपये नमः | 
ॐ अमेयात्मने नमः |
ॐ सर्वयोगविनिःसृताय नमः |
ॐ वसवे नमः |
ॐ वसुमनसे नमः |
ॐ सत्याय नमः |
ॐ समात्मने नमः |
ॐ असम्मिताय नमः |
ॐ समाय नमः |
ॐ अमोधाय नमः || ११० ||

ॐ पुण्डरीकाक्षाय नमः |
ॐ वृषकर्मणे नमः |
ॐ वृषाकृतये नमः |
ॐ रुद्राय नमः |
ॐ बहुशिरसे नमः |
ॐ बभ्रवे नमः |
ॐ विश्वयोनये नमः |
ॐ शुचिश्रवसे नमः | 
ॐ अमृताय नमः |
ॐ शाश्वतस्थाणवे नमः  || १२० ||

ॐ वरारोहाय नमः |
ॐ महातपसे नमः |
ॐ सर्वगाय नमः |
ॐ सर्वविद्भानवे नमः |
ॐ विष्वक्सेनाय नमः |
ॐ जनार्दनाय नमः |
ॐ वेदाय नमः |
ॐ वेदविदे नमः |
ॐ अव्यंगाय नमः |
ॐ वेदाङ्गाय नमः || १३० ||
 
ॐ वेदविदे नमः |
ॐ कवये नमः |
ॐ लोकाध्यक्षाय नमः |
ॐ सुराध्यक्षाय नमः |
ॐ धर्माध्यक्षाय नमः |
ॐ कृताकृताय नमः |
ॐ चतुरात्मने नमः |
ॐ चतुव्यूहाय नमः |
ॐ चतुदँष्ट्राय नमः |
ॐ चतुर्भुजाय नमः || १४० ||
 
ॐ भ्राजिष्णवे नमः |
ॐ भोजनाय नमः |
ॐ भोक्त्रे नमः |
ॐ सहिष्णवे नमः |
ॐ जगदादिजाय नमः |
ॐ अनधाय नमः |
ॐ विजयाय नमः |
ॐ जेत्रे नमः |
ॐ विश्वयोनये नमः |
ॐ पुनर्वसवे  नमः || १५० ||
 
ॐ उपेन्द्राय नमः |
ॐ वामनाय नमः |
ॐ प्रांशवे नमः |
ॐ अमोधाय नमः |
ॐ शुचये नमः |
ॐ ऊर्जिताय नमः | 
ॐ अतीन्द्राय नमः |
ॐ संग्रहाय नमः |
ॐ सर्गाय नमः |
ॐ धृतात्मने नमः || १६० ||
 
ॐ नियमाय नमः |
ॐ यमाय नमः |
ॐ वेद्याय नमः |
ॐ वैद्याय नमः |
ॐ सदायोगिने नमः |
ॐ वीरघ्ने नमः |
ॐ माधवाय नमः |
ॐ मधवे नमः |
ॐ अतीन्द्रियाय नमः |
ॐ महामायाय नमः || १७० ||
 
ॐ महोत्साहाय नमः |
ॐ महाबलाय नमः |
ॐ महाबुद्धये नमः |
ॐ महावीर्याय नमः |
ॐ महाशक्तये नमः |
ॐ महाद्युतये नमः |
ॐ अनिर्देश्यवपुषे नमः |
ॐ श्रीमते नमः |
ॐ अमेयात्मने नमः |
ॐ महाद्रिधृषे नमः || १८० ||
 
ॐ महेष्वासाय नमः |
ॐ महीभर्त्रे नमः |
ॐ श्रीनिवासाय नमः |
ॐ सतां गतये नमः |
ॐ अनिरुद्धाय नमः |
ॐ सुरानन्दाय नमः |
ॐ गोविन्दाय नमः |
ॐ गोविदां पतये नमः |
ॐ मरीचये नमः |
ॐ दमनाय नमः || १९० ||
 
ॐ हंसाय नमः |
ॐ सुपर्णाय नमः |
ॐ भुजगोत्तमाय नमः |
ॐ हिरण्यनाभाय नमः |
ॐ सुतपसे नमः |
ॐ पद्मनाभाय नमः |
ॐ प्रजापतये नमः |
ॐ अमृत्यवे नमः |
ॐ सर्वदृशे नमः |
ॐ सिंहाय नमः || २०० ||

ॐ संधात्रे नमः |
ॐ संधिमते नमः |
ॐ स्थिराय नमः |
ॐ अजाय नमः |
ॐ दुर्मर्षणाय नमः |
ॐ शास्त्रे नमः |
ॐ विश्रुतात्मने नमः |
ॐ सुरारिघ्रे नमः |
ॐ गुरवे नमः |
ॐ गुरुतमाय नमः || २१० ||
 
ॐ धाम्ने नमः |
ॐ सत्याय नमः | 
ॐ सत्यपराक्रमाय नमः |
ॐ निमिषाय नमः |
ॐ अनिमिषाय नमः |
ॐ स्रग्विणे नमः |
ॐ वाचस्पतये उदारधिये नमः |
ॐ अग्रण्ये नमः |
ॐ ग्रामण्ये नमः |
ॐ श्रीमते नमः || २२० ||
 
ॐ न्यायाय नमः |
ॐ नेत्रे नमः |
ॐ समीरणाय नमः |
ॐ सहस्त्रमूर्घ्ने नमः |
ॐ विश्वात्मने नमः |
ॐ सहस्त्राक्षाय नमः |
ॐ सहस्रपदे नमः |
ॐ आवर्तनाय नमः |
ॐ निवृत्तात्मने नमः |
ॐ संवृताय नमः || २३० ||
 
ॐ सम्प्रमर्दनाय नमः |
ॐ अहःसंवर्तकाय नमः |
ॐ वह्नये नमः |
ॐ अनिलाय नमः |
ॐ धरणीधराय नमः |
ॐ सुप्रसादाय नमः |
ॐ प्रसन्नात्मने नमः |
ॐ विश्वधृषे नमः |
ॐ विश्वभुजे नमः |
ॐ विभवे नमः || २४० ||
 
ॐ सत्कर्त्रे नमः |
ॐ सत्कृताय नमः |
ॐ साधवे नमः |
ॐ जह्नवे नमः |
ॐ नारायणाय नमः |
ॐ नराय नमः |
ॐ असंख्येयाय नमः |
ॐ अप्रमेयात्मने नमः |
ॐ विशिष्टाय नमः |
ॐ शिष्टकृते नमः || २५० ||
 
ॐ शुचये नमः |
ॐ सिद्धार्थाय नमः |
ॐ सिद्धसंकल्पाय नमः |
ॐ सिद्धिदाय नमः |
ॐ सिद्धिसाधनाय नमः |
ॐ वृषाहिने नमः |
ॐ वृषभाय नमः |
ॐ विष्णवे नमः |
ॐ वृषपर्वणे नमः |
ॐ वृषोदराय नमः || २६० ||
 
ॐ वर्धनाय नमः |
ॐ वर्धमानाय नमः |
ॐ विविक्ताय नमः |
ॐ श्रुतिसागराय नमः |
ॐ सुभुजाय नमः |
ॐ दुर्धराय नमः |
ॐ वाग्मिने नमः |
ॐ महेन्द्राय नमः |
ॐ वसुदाय नमः |
ॐ वसवे नमः || २७० ||
 
ॐ नैकरूपाय नमः |
ॐ बृहद्रूपाय नमः |
ॐ शिपिविष्टाय नमः |
ॐ प्रकाशनाय नमः |
ॐ ओजस्तेजोद्युतिधराय नमः |
ॐ प्रकाशात्मने नमः |
ॐ प्रतापनाय नमः |
ॐ ऋद्धाय नमः |
ॐ स्पष्टाक्षराय नमः |
ॐ मन्त्राय नमः || २८० ||
 
ॐ चन्द्रांशवे नमः |
ॐ भास्करद्युतये नमः |
ॐ अमृतांशूद्भवाय नमः |
ॐ भानवे नमः |
ॐ शशबिन्दवे नमः |
ॐ सुरेश्वराय नमः |
ॐ औषधाय नमः |
ॐ जगतः सेतवे नमः |
ॐ सत्यधर्मपराक्रमाय नमः |
ॐ भूतभव्यभवन्नाथाय नमः || २९० ||
 
ॐ पवनाय नमः |
ॐ पावनाय नमः |
ॐ अनलाय नमः |
ॐ कामघ्ने नमः |
ॐ कामकृते नमः |
ॐ कान्ताय नमः |
ॐ कामाय नमः |
ॐ कामप्रदाय नमः |
ॐ प्रभवे नमः |
ॐ युगादिकृते नमः || ३०० ||

ॐ युगवार्ताय नमः | 
ॐ नैकमायाय नमः | 
ॐ महाशनाय नमः | 
ॐ अदृष्याय नमः | 
ॐ अव्यक्तरूपाय नमः | 
ॐ सहस्त्रजिते नमः | 
ॐ अनंतजिते नमः | 
ॐ इष्टाय नमः | 
ॐ अविशिष्टाय नमः | 
ॐ शिष्टेष्टाय नमः || ३१० ||

ॐ शिखण्डिने नमः | 
ॐ नहुषाय नमः | 
ॐ वृषाय नमः | 
ॐ क्रोधघ्ने नमः | 
ॐ क्रोधकृत्कर्त्रे नमः | 
ॐ विश्वबाहवे नमः | 
ॐ महीधराय नमः | 
ॐ अच्युताय नमः | 
ॐ प्रथिताय नमः | 
ॐ प्राणाय नमः || ३२० ||

ॐ प्राणदाय नमः |
ॐ वासवानुजाय नमः |
ॐ अपां निधये नमः |
ॐ अधिष्ठानाय नमः |
ॐ अप्रमत्ताय नमः |
ॐ प्रतिष्ठिताय नमः |
ॐ स्कन्दाय नमः |
ॐ स्कन्दधराय नमः |
ॐ धुर्याय नमः |
ॐ वरदाय नमः || ३३० ||

ॐ वायुवाहनाय नमः |
ॐ वासुदेवाय नमः |
ॐ बृहद्भान्वे नमः |
ॐ आदिदेवाय नमः |
ॐ पुरन्दराय नमः |
ॐ अशोकाय नमः |
ॐ तारणाय नमः |
ॐ ताराय नमः |
ॐ शूराय नमः |
ॐ शौरये नमः || ३४० ||

ॐ जनेश्वराय नमः |
ॐ अनुकूलाय नमः |
ॐ शतावर्ताय नमः |
ॐ पद्मिने नमः |
ॐ पद्मनिभेक्षणाय नमः |
ॐ पद्मनाभाय नमः |
ॐ अरविन्दाक्षाय नमः |
ॐ पद्मगर्भाय नमः |
ॐ शरीरभृते नमः |
ॐ महर्द्धये नमः || ३५० ||

ॐ ऋद्धाय नमः |
ॐ वृद्धात्मने नमः |
ॐ महाक्षाय नमः |
ॐ गरुड़ध्वजाय नमः |
ॐ अतुलाय नमः |
ॐ शरभाय नमः |
ॐ भीमाय नमः |
ॐ समयज्ञाय नमः |
ॐ हविर्हरये नमः |
ॐ सर्वलक्षणलक्षण्याय नमः || ३६० ||

ॐ लक्ष्मीवते नमः |
ॐ समितिञ्जयाय नमः |
ॐ विक्षराय नमः |
ॐ रोहिताय नमः |
ॐ मार्गाय नमः |
ॐ हेतवे नमः |
ॐ दामोदराय नमः |
ॐ सहाय नमः |
ॐ महीधराय नमः |
ॐ महाभागाय नमः || ३७० ||
 
ॐ वेगवते नमः |
ॐ अमिताशनाय नमः |
ॐ उद्भवाय नमः |
ॐ क्षोभणाय नमः |
ॐ देवाय नमः |
ॐ श्रीगर्भाय नमः |
ॐ परमेश्वराय नमः |
ॐ करणाय नमः |
ॐ कारणाय नमः |
ॐ कर्त्रे नमः || ३८० ||

ॐ विकर्त्रे नमः |
ॐ गहनाय नमः |
ॐ गुहाय नमः |
ॐ व्यवसायाय नमः |
ॐ व्यवस्थानाय नमः |
ॐ संस्थानाय नमः |
ॐ स्थानदाय नमः |
ॐ ध्रुवाय नमः |
ॐ परर्द्धये नमः |
ॐ परमस्पष्टाय नमः || ३९० ||

ॐ तुष्टाय नमः |
ॐ पुष्टाय नमः |
ॐ शुभेक्षणाय नमः |
ॐ रामाय नमः |
ॐ विरामाय नमः |
ॐ विरजसे नमः |
ॐ मार्गाय नमः |
ॐ नेयाय नमः |
ॐ नयाय नमः |
ॐ अनयाय नमः || ४०० ||

ॐ वीराय नमः |
ॐ शक्तिमतां श्रेष्ठाय नमः |
ॐ धर्माय नमः |
ॐ धर्मविदुत्तमाय नमः |
ॐ वैकुण्ठाय नमः |
ॐ पुरुषाय नमः |
ॐ प्राणाय नमः |
ॐ प्राणदाय नमः |
ॐ प्रणवाय नमः |
ॐ पृथवे नमः || ४१० ||

ॐ हिरण्यगर्भाय नमः | 
ॐ शत्रुघ्नाय नमः |
ॐ व्याप्ताय नमः |
ॐ वायवे नमः |
ॐ अधोक्षजाय नमः |
ॐ ऋतवे नमः |
ॐ सुदर्शनाय नमः |
ॐ कालाय नमः |
ॐ परमेष्ठिने नमः |
ॐ परिग्रहाय नमः || ४२० || 

ॐ उग्राय नमः |
ॐ संवत्सराय नमः |
ॐ दक्षाय नमः |
ॐ विश्रामाय नमः |
ॐ विश्वदक्षिणाय नमः |
ॐ विस्ताराय नमः |
ॐ स्थावरस्थाणवे नमः |
ॐ प्रमाणाय नमः |
ॐ बीजायाव्ययाय नमः |
ॐ अर्थाय नमः || ४३० ||

ॐ अनर्थाय नमः |
ॐ महाकोशाय नमः |
ॐ महाभोगाय नमः |
ॐ महाधनाय नमः |
ॐ अनिर्विण्णाय नमः |
ॐ स्थविष्ठाय नमः |
ॐ अभुवे नमः |
ॐ धर्मयूपाय नमः |
ॐ महामखाय नमः |
ॐ नक्षत्रनेमये नमः || ४४० ||

ॐ नक्षत्रिणे नमः |
ॐ क्षमाय नमः |
ॐ क्षामाय नमः |
ॐ समीहनाय नमः |
ॐ यज्ञाय नमः |
ॐ इज्याय नमः |
ॐ महेज्याय नमः |
ॐ क्रतवे नमः |
ॐ सत्राय नमः |
ॐ सतां गतये नमः || ४५० ||

ॐ सर्वदर्शिने नमः |
ॐ विमुक्तात्मने नमः |
ॐ सर्वज्ञाय नमः |
ॐ ज्ञानाय उत्तमाय नमः |
ॐ सुव्रताय नमः |
ॐ सुमुखाय नमः |
ॐ सूक्ष्माय नमः |
ॐ सुघोषाय नमः |
ॐ सुखदाय नमः |
ॐ सुहृदे नमः || ४६० ||

ॐ मनोहराय नमः |
ॐ जितक्रोधाय नमः |
ॐ वीरबाहवे नमः | 
ॐ विदारणाय नमः |
ॐ स्वापनाय नमः |
ॐ स्ववशाय नमः | 
ॐ व्यापिने नमः |
ॐ नैकात्मने नमः |
ॐ नैककर्मकृते नमः |
ॐ वत्सराय नमः || ४७० ||

ॐ वत्सलाय नमः |
ॐ वत्सीने नमः |
ॐ रत्नगर्भाय नमः |
ॐ धनेश्वराय नमः |
ॐ धर्मगुपे नमः |
ॐ धर्मकृते नमः |
ॐ धर्मिणे नमः |
ॐ सते नमः |
ॐ असते नमः |
ॐ क्षराय नमः || ४८० ||

ॐ अक्षराय नमः |
ॐ अविज्ञात्रे नमः |
ॐ सहस्त्रांशवे नमः |
ॐ विधात्रे नमः |
ॐ कृतलक्षणाय नमः |
ॐ गभस्तिनेमये नमः |
ॐ सत्त्वस्थाय नमः |
ॐ सिंहाय नमः |
ॐ भूतमहेश्वराय नमः |
ॐ आदिदेवाय नमः || ४९० ||

ॐ महादेवाय नमः |
ॐ देवेशाय नमः |
ॐ देवभृद्गुरवे नमः |
ॐ उत्तरस्मै नमः |
ॐ गोपतये नमः |
ॐ गोप्त्रे नमः |
ॐ ज्ञानगम्याय नमः |
ॐ पुरातनाय नमः |
ॐ शरीरभूतभृते नमः |
ॐ भोक्त्रे नमः || ५०० ||

ॐ कपीन्द्राय नमः |
ॐ भूरिदक्षिणाय नमः |
ॐ सोमपाय नमः |
ॐ अमृतपाय नमः |
ॐ सोमाय नमः |
ॐ पुरुजिते नमः |
ॐ पुरुसत्तमाय नमः |
ॐ विनयाय नमः |
ॐ जयाय नमः |
ॐ सत्यसंघाय नमः || ५१० ||

ॐ दाशार्हाय नमः |
ॐ सात्वतां पत्ये नमः |
ॐ जीवाय नमः |
ॐ विनयितासाक्षिणे नमः |
ॐ मुकुन्दाय नमः |
ॐ अमितविक्रमाय नमः |
ॐ अम्भोनिधये नमः |
ॐ अनन्तात्मने नमः |
ॐ महोदधिशयाय नमः |
ॐ अन्तकाय नमः || ५२० ||

ॐ अजाय नमः |
ॐ महार्हाय नमः |
ॐ स्वाभाव्याय नमः |
ॐ जितामित्राय नमः |
ॐ प्रमोदनाय नमः |
ॐ आनन्दाय नमः |
ॐ नन्दनाय नमः | 
ॐ नन्दाय नमः |
ॐ सत्यधर्माय नमः |
ॐ त्रिविक्रमाय नमः || ५३० ||

ॐ महर्षये कपिलाचार्याय नमः |
ॐ कृतज्ञाय नमः |
ॐ मेदिनीपतये नमः |
ॐ त्रिपदाय नमः |
ॐ त्रिदशाध्यक्षाय नमः |
ॐ महाश्रृंङ्गाय नमः |
ॐ कृतान्तकृते नमः |
ॐ महावराहाय नमः |
ॐ गोविन्दाय नमः |
ॐ सुषेणाय नमः || ५४० ||

ॐ कनकाङ्गदिने नमः |
ॐ गुह्याय नमः |
ॐ गभीराय नमः |
ॐ गहनाय नमः |
ॐ गुप्ताय नमः |
ॐ चक्रगदाधराय नमः |
ॐ वेधसे नमः |
ॐ स्वाङ्गाय नमः |  
ॐ अजिताय नमः |
ॐ कृष्णाय नमः || ५५० ||

ॐ दृढाय नमः |
ॐ सङ्कर्षणायाच्युताय नमः |
ॐ वरुणाय नमः |
ॐ वारुणाय नमः |
ॐ वृक्षाय नमः |
ॐ पुष्कराक्षाय नमः |
ॐ महामनसे नमः |
ॐ भगवते नमः |
ॐ भगध्ने नमः |
ॐ आनन्दिने नमः || ५६० ||

ॐ वनमालिने नमः |
ॐ हलायुधाय नमः |
ॐ आदित्याय नमः |
ॐ ज्योतिरादित्याय नमः |
ॐ सहिष्णवे नमः |
ॐ गतिसत्तमाय नमः |
ॐ सुधन्वने नमः |
ॐ खण्डपरशवे नमः |
ॐ दारुणाय नमः |
ॐ द्रविणप्रदाय नमः || ५७० ||

ॐ दिविस्पृशे नमः |
ॐ सर्वदृग्व्यासाय नमः |
ॐ वाचस्पतये अयोनिजाय नमः |
ॐ त्रिसाम्रे नमः |
ॐ सामगाय नमः |
ॐ साम्रे नमः |
ॐ निर्वाणाय नमः |
ॐ भेषजाय नमः |
ॐ भिषजे नमः |
ॐ संन्यासकृते नमः || ५८० ||

ॐ शमाय नमः |
ॐ शान्ताय नमः |
ॐ निष्ठायै नमः |
ॐ शान्त्यै नमः |
ॐ परायणाय नमः |
ॐ शुभाङ्गाय नमः  |
ॐ शान्तिदाय नमः |
ॐ स्त्रष्ट्रे नमः |
ॐ कुमुदाय नमः |
ॐ कुवलेशयाय नमः || ५९० ||

ॐ गोहिताय नमः |
ॐ गोपतये नमः |
ॐ गोप्त्रे नमः |
ॐ वृषभाक्षाय नमः |
ॐ वृषप्रियाय नमः |
ॐ अनिवर्तिने नमः |
ॐ निवृत्तातम्ने नमः |
ॐ संक्षेप्त्रे नमः |
ॐ क्षेमकृते नमः |
ॐ शिवाय नमः || ६०० ||

ॐ श्रीवत्सवक्षसे नमः |
ॐ श्रीवासाय नमः |
ॐ श्रीपतये नमः |
ॐ श्रीमतां वराय नमः |
ॐ श्रीदाय नमः |
ॐ श्रीशाय नमः |
ॐ श्रीनिवासाय नमः |
ॐ श्रीनिधये नमः |
ॐ श्रीविभावनाय नमः |
ॐ श्रीधराय नमः || ६१० ||

ॐ श्रीकराय नमः |
ॐ श्रेयसे नमः |
ॐ श्रीमते नमः |
ॐ लोकत्रयाश्रयाय नमः |
ॐ स्वक्षाय नमः |
ॐ स्वंगाय नमः |
ॐ शतानन्दाय नमः |
ॐ नन्दिने नमः |
ॐ ज्योतिर्गणेश्वराय नमः |
ॐ विजितात्मने नमः || ६२० ||

ॐ अविधेयात्मने नमः |
ॐ सत्कीर्तये नमः |
ॐ छिन्नसंशयाय नमः |
ॐ उदीर्णाय नमः |
ॐ सर्वतश्चक्षुषे नमः | 
ॐ अनिशाय नमः |
ॐ शाश्वतस्थिराय नमः |
ॐ भूषयाय नमः |
ॐ भूषणाय नमः |
ॐ भूतये नमः || ६३० ||

ॐ विशोकाय नमः | 
ॐ शोकनाशनाय नमः |
ॐ अर्चिष्मते नमः |
ॐ अर्चिताय नमः |
ॐ कुम्भाय नमः |
ॐ विशुद्धात्मने नमः |
ॐ विशोधनाय नमः |
ॐ अनिरुद्धाय नमः |
ॐ अप्रतिरथाय नमः |
ॐ प्रद्युम्राय नमः || ६४० ||

ॐ अमितविक्रमाय नमः |
ॐ कालनेमिनिघ्ने नमः |
ॐ विराय नमः |
ॐ शौरये नमः |
ॐ शूरजनेश्वराय नमः |
ॐ त्रिलोकात्मने नमः |
ॐ त्रिलोकेशाय नमः |
ॐ केशवाय नमः |
ॐ केशिघ्ने नमः |
ॐ हरये नमः || ६५० ||

ॐ कामदेवाय नमः |
ॐ कामपालाय नमः |
ॐ कामिने नमः |
ॐ कान्ताय नमः |
ॐ कृतागमाय नमः |
ॐ अनिर्देश्यवपुषे नमः |
ॐ विष्णवे नमः |
ॐ विराय नमः |
ॐ अनन्ताय नमः |
ॐ धनञ्जयाय नमः || ६६० ||

ॐ ब्रह्मण्याय नमः |
ॐ ब्रह्मकृते नमः |
ॐ ब्रह्मणे नमः |
ॐ ब्रह्मणे नमः | 
ॐ ब्रह्मविवर्धनाय नमः | 
ॐ ब्रह्मविदे नमः |
ॐ ब्राह्मणाय नमः |
ॐ ब्रह्मिणे नमः |
ॐ ब्रह्मज्ञाय नमः |
ॐ ब्राह्मणप्रियाय नमः || ६७० ||

ॐ महाक्रमाय नमः |
ॐ महाकर्मणे नमः |
ॐ महातेजसे नमः |
ॐ महोरगाय नमः |
ॐ महाक्रतवे नमः |
ॐ महायज्वने नमः |
ॐ महायज्ञाय नमः |
ॐ महाहविषे नमः |
ॐ स्तव्याय नमः |
ॐ स्तवप्रियाय नमः  || ६८० ||

ॐ स्रोत्राय नमः |
ॐ स्तुतये नमः |
ॐ स्तोत्रे नमः |
ॐ रणप्रियाय नमः |
ॐ पूर्णाय नमः |
ॐ पूरयित्रे नमः |
ॐ पुण्याय नमः |
ॐ पुण्यकीर्तये नमः |
ॐ अनामयाय नमः |
ॐ मनोजवाय नमः || ६९० ||

ॐ तीर्थकराय नमः |
ॐ वसुरेतसे नमः |
ॐ वसुप्रदाय नमः |
ॐ वसुप्रदाय नमः |
ॐ वासुदेवाय नमः |
ॐ वसवे नमः |
ॐ वसुमनसे नमः |
ॐ हविषे नमः |
ॐ सद्गतये नमः |
ॐ सत्कृतये नमः  || ७०० ||

ॐ सत्तायै नमः |
ॐ सद्भूतये नमः |
ॐ सत्परायणाय नमः |
ॐ शूरसेनाय नमः |
ॐ यदुश्रेष्ठाय नमः |
ॐ सन्निवासाय नमः | 
ॐ सुयामुनाय नमः |
ॐ भूतावासाय नमः |
ॐ वासुदेवाय नमः |
ॐ सर्वासुनिलयाय नमः || ७१० ||

ॐ अनलाय नमः |
ॐ दर्पघ्ने नमः |
ॐ दर्पदाय नमः |
ॐ दृप्ताय नमः |
ॐ दुर्धराय नमः | 
ॐ अपराजिताय नमः |
ॐ विश्वमूर्तये नमः |
ॐ महामूर्तये नमः |
ॐ दीप्तमूर्तये नमः |
ॐ अमूर्तिमते नमः || ७२० ||

ॐ अनेकमूर्तये नमः |
ॐ अव्यक्ताय नमः |
ॐ शतमूर्तये नमः |
ॐ शताननाय नमः |
ॐ एकस्मै नमः |
ॐ नैकाय नमः |
ॐ सवाय नमः |
ॐ काय नमः |
ॐ कस्मै नमः |
ॐ यस्मै नमः || ७३० ||

ॐ तस्मै नमः |
ॐ पदायानुत्तमाय नमः |
ॐ लोकबन्धवे नमः |
ॐ लोकनाथाय नमः |
ॐ माधवाय नमः |
ॐ भक्तवत्सलाय नमः |
ॐ सुवर्णवर्णाय नमः |
ॐ हेमाङ्गाय नमः |
ॐ वराँगाय नमः |
ॐ चन्दनाङ्गदिने नमः || ७४० ||

ॐ वीरघ्ने नमः |
ॐ विषमाय नमः |
ॐ शून्याय नमः |
ॐ घृताशिषे नमः |
ॐ अचलाय नमः |
ॐ चलाय नमः |
ॐ अमानिने नमः |
ॐ मानदाय नमः |
ॐ मान्याय नमः |
ॐ लोकस्वामिने नमः || ७५० ||

ॐ त्रिलोकधृषे नमः |
ॐ सुमेधसे नमः
ॐ मेधजाय नमः |
ॐ धन्याय नमः |
ॐ सत्यमेधसे नमः |
ॐ धराधराय नमः |
ॐ तेजोवृषाय नमः |
ॐ द्युतिधराय नमः |
ॐ सर्वशस्त्रभृतां वराय नमः |
ॐ प्रग्रहाय नमः || ७६० ||

ॐ निग्रहाय नमः |
ॐ व्यग्राय नमः |
ॐ नैकश्रृङ्गाय नमः |
ॐ गदाग्रजाय नमः |
ॐ चतुर्मुर्तये नमः |
ॐ चतुर्बाहवे नमः |
ॐ चतुर्व्यूहाय नमः |
ॐ चतुर्गतये नमः |
ॐ चतुरात्मने नमः |
ॐ चतुर्भावाय नमः || ७७० ||

ॐ चतुर्वेदविदे नमः |
ॐ एकपदे नमः |
ॐ समावर्ताय नमः |
ॐ अनिवृत्तात्मने नमः |
ॐ दुर्जयाय नमः |
ॐ दुरतिक्रमाय नमः |
ॐ दुर्लभाय नमः |
ॐ दुर्गमाय नमः |
ॐ दुर्गाय नमः |
ॐ दुरावासाय नमः || ७८० ||

ॐ दुरारिघ्ने नमः |
ॐ शुभाङ्गाय नमः |
ॐ लोकसारङ्गाय नमः |
ॐ सुतन्तवे नमः |
ॐ तन्तुवर्धनाय नमः |
ॐ इन्द्रकर्मणे नमः |
ॐ महाकर्मणे नमः | 
ॐ कृतकर्मणे नमः |
ॐ कृतागमाय नमः |
ॐ उद्भवाय नमः || ७९० ||
 
ॐ सुन्दराय नमः |
ॐ सुन्दाय नमः |
ॐ रत्ननाभाय नमः |
ॐ सुलोचनाय नमः |
ॐ अर्काय नमः |
ॐ वाजसनाय नमः |
ॐ शृङ्गिणे नमः |
ॐ जयन्ताय नमः |
ॐ सर्वविज्जयिने नमः |
ॐ सुवर्णबिन्दवे नमः || ८०० ||

ॐ अक्षोभ्याय नमः |
ॐ सर्ववागीश्वरेश्वराय नमः |
ॐ महाह्रदाय नमः |
ॐ महागर्ताय नमः |
ॐ महाभूताय नमः |
ॐ महानिधये नमः |
ॐ कुमुदाय नमः |
ॐ कुन्दराय नमः |
ॐ कुन्दाय नमः |
ॐ पर्जन्याय नमः || ८१० ||

ॐ पावनाय नमः |
ॐ अनिलाय नमः |
ॐ अमृताशाय नमः |
ॐ अमृतवपुषे नमः |
ॐ सर्वज्ञाय नमः |
ॐ सर्वतोमुखाय नमः |
ॐ सुलभाय नमः |
ॐ सुव्रताय नमः |
ॐ सिद्धाय नमः |
ॐ शत्रुजिते नमः || ८२० ||

ॐ शत्रुतापनाय नमः |
ॐ न्यग्रोधाय नमः |
ॐ उदुम्बराय नमः |
ॐ अश्वत्थाय नमः |
ॐ चाणूरान्ध्रनिषूदनाय नमः |
ॐ सहस्त्रार्चिषे नमः |
ॐ सप्तजिह्वाय नमः |
ॐ सप्तैधसे नमः |
ॐ सप्तवाहनाय नमः |
ॐ अमूर्तये नमः || ८३० ||

ॐ अनघाय नमः |
ॐ अचिन्त्याय नमः | 
ॐ भयकृते नमः |
ॐ भयनाशनाय नमः | 
ॐ अणवे नमः |
ॐ बृहते नमः |
ॐ कृशाय नमः |
ॐ स्थूलाय नमः |
ॐ गुणभृते नमः |
ॐ निर्गुणाय नमः || ८४० ||

ॐ महते नमः |
ॐ अधृताय नमः |
ॐ स्वधृताय नमः |
ॐ स्वास्याय नमः |
ॐ प्राग्वंशाय नमः |
ॐ वंशवर्धनाय नमः |
ॐ भारभृते नमः |
ॐ कथिताय नमः |
ॐ योगिने नमः |
ॐ योगीशाय नमः || ८५० || 
 
ॐ सर्वकामदाय नमः | 
ॐ आश्रमाय नमः |
ॐ श्रमणाय नमः |
ॐ क्षामाय नमः |
ॐ सुपर्णाय नमः |
ॐ वायुवाहनाय नमः | 
ॐ धनुर्धराय नमः |
ॐ धनुर्वेदाय नमः |
ॐ दण्डाय नमः |
ॐ दमत्रिये नमः || ८६० ||
 
ॐ दमाय नमः |
ॐ अपराजिताय नमः |
ॐ सर्वसहाय नमः |
ॐ नियन्त्रे नमः |
ॐ अनियमाय नमः |
ॐ अयमाय नमः |
ॐ सत्त्ववते नमः |
ॐ सात्त्विकाय नमः | 
ॐ सत्याय नमः |
ॐ सत्यधर्मपरायणाय नमः || ८७० ||
   
ॐ अभिप्रायाय नमः | 
ॐ प्रियार्हाय नमः |
ॐ अर्हाय नमः |
ॐ प्रियकृते नमः | 
ॐ प्रीतिवर्धनाय नमः | 
ॐ विहायसगतये नमः | 
ॐ  ज्योतिषे नमः |
ॐ सुरुचये नमः |
ॐ हुतभुजे नमः |
ॐ विभवे नमः || ८८० ||
 
ॐ रवये नमः |
ॐ विरोचनाय नमः |
ॐ सूर्याय नमः |
ॐ सवित्रे नमः |
ॐ रविलोचनाय नमः |
ॐ अनन्ताय नमः  
ॐ हुतभुजे नमः |
ॐ भोक्त्रे नमः |
ॐ सुखदाय नमः |
ॐ नैकजाय नमः || ८९० ||

ॐ अग्रजाय नमः |
ॐ अनिर्विण्णाय नमः |
ॐ सदामर्षिणे नमः |
ॐ लोकाधिष्ठानाय नमः |
ॐ अद्भुताय नमः |
ॐ सनाते नमः |
ॐ सनातनतमाय नमः |
ॐ कपिलाय नमः |
ॐ कपये नमः |
ॐ अप्ययाय नमः || ९००||

ॐ स्वस्तिदाय नमः |
ॐ स्वस्तिकृते नमः |
ॐ स्वस्तये नमः |
ॐ स्वस्तिभुजे नमः |
ॐ स्वस्तिदक्षिणाय नमः |
ॐ अरौद्राय नमः |
ॐ कुण्डलिने नमः |
ॐ चक्रिणे नमः |
ॐ विक्रमीणे नमः |
ॐ ऊर्जितशासनाय नमः || ९१० ||
 
ॐ शब्दातिगाय नमः |
ॐ शब्दसहाय नमः |
ॐ शिशिराय नमः |
ॐ शर्वरीकराय नमः |
ॐ अक्रूराय नमः |
ॐ पेशलाय नमः |
ॐ दक्षाय नमः |
ॐ दक्षिणस्यै नमः |
ॐ क्षमिणां वराय नमः |
ॐ विद्वत्तमाय नमः || ९२० ||

ॐ वीतभयाय नमः |
ॐ पुण्यश्रवणकीर्तनाय नमः |
ॐ उत्तारणाय नमः |
ॐ दुष्कृतिघ्ने नमः |
ॐ पुण्याय नमः |
ॐ दुःस्वप्ननाशनाय नमः |
ॐ वीरघ्ने नमः |
ॐ रक्षणाय नमः |
ॐ सद्भ्यो नमः |
ॐ जीवनाय नमः || ९३० ||
 
ॐ पर्यवस्थिताय नमः |
ॐ अनन्तरूपाय नमः |
ॐ अनन्तश्रिये नमः |
ॐ जितमन्यवे नमः |
ॐ भयापहाय नमः |
ॐ चतुरस्त्राय नमः |
ॐ गभीरात्मने नमः |
ॐ विदिशाय नमः |
ॐ व्यादिशाय नमः |
ॐ दिशाय नमः || ८४० ||
 
ॐ अनादये नमः |
ॐ भूर्भुवे नमः |
ॐ लक्ष्म्यै नमः |
ॐ सुवीराय नमः |
ॐ रूचिराङ्गदाय नमः |
ॐ जननाय नमः |
ॐ जनजन्मादये नमः |
ॐ भीमाय नमः |
ॐ भीमपराक्रमाय नमः |
ॐ आधारनिलयाय नमः || ९५० ||

ॐ अधात्रे नमः |
ॐ पुष्पहासाय नमः |
ॐ प्रजागराय नमः |
ॐ ऊर्ध्वगाय नमः |
ॐ सत्पथाचाराय नमः |
ॐ प्राणदाय नमः |
ॐ प्रणवाय नमः |
ॐ पणाय नमः |
ॐ प्रमाणाय नमः |
ॐ प्राणनिलयाय नमः || ९६० ||

ॐ प्राणभृते नमः |
ॐ प्राणजीवनाय नमः |
ॐ तत्त्वाय नमः |
ॐ तत्त्वविदे नमः |
ॐ एकात्मने नमः |
ॐ जन्ममृत्युजरातिगाय नमः |
ॐ भूर्भुवः स्वस्तरवे नमः |
ॐ ताराय नमः |
ॐ सवित्रे नमः |
ॐ प्रपितामहाय नमः || ९७० ||

ॐ यज्ञाय नमः |
ॐ यज्ञपतये नमः |
ॐ यज्वने नमः |
ॐ यज्ञाङ्गाय नमः |
 ॐ यज्ञवाहनाय नमः |
ॐ यज्ञभृते नमः |
ॐ यज्ञकृते नमः |
ॐ यज्ञिने नमः |
ॐ यज्ञभुजे नमः |
ॐ यज्ञसाधनाय नमः || ९८० ||

 
ॐ यज्ञान्तकृते नमः |
ॐ यज्ञग्रुह्याय नमः |
ॐ अन्नाय नमः |
ॐ अन्नादाय नमः |
ॐ आत्मयोनाये नमः |
ॐ स्वयंजाताय नमः |
ॐ वैखानाय नमः |
ॐ सामगायनाय नमः |
ॐ देवकीनन्दनाय नमः |
ॐ स्त्रष्ट्रे नमः || ९९० ||
 
ॐ क्षितीशाय नमः |
ॐ पापनाशनाय नमः |
ॐ शङ्खभृते नमः |
ॐ नन्दकिने नमः |
ॐ चक्रिणे नमः |
ॐ शार्ङ्गधन्वने नमः |
ॐ गदाधराय नमः |
ॐ रथाङ्गपाणये नमः |
ॐ अक्षोभ्याय नमः |
ॐ सर्वप्रहरणायुधाय नमः || १००० ||

|| अस्तु ||
karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

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