व्यापारवृद्धि और धनप्राप्ति मंत्र | vyaapar vruddhi mantra |


व्यापारवृद्धि और धनप्राप्ति मंत्र

व्यापारवृद्धि और धनप्राप्ति मंत्र | vyaapar vruddhi mantra |
व्यापारवृद्धि और धनप्राप्ति मंत्र 


जिनको व्यापार में नुकशान हो रहा है या व्यापार ठीक तरह से चल नहीं रहा है और धनप्राप्ति में बाधाएं आ रही हो उन्हें प्रतिदिन प्रातः काल यह मंत्र का जाप करना चाहिए | 
प्रातःकाल उठकर बिना किसी से बात किये बिना हाथ-मुँह धोकर 108 बार इस मंत्र का प्रतिदिन जाप करना चाहिए जल्द ही व्यापार में वृद्धि होगी और धन प्राप्ति के नए द्वार खुलने लगेंगे | 

मंत्रः 
ॐ नमो ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्लीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी मम गृहे धनचिन्ता दूर करोति स्वाहा 
इस मंत्र का उपरोक्त विधान से प्रतिदिन जाप करे | 

|| अस्तु || 
karmkandbyanandpathak

नमस्ते मेरा नाम आनंद कुमार हर्षद भाई पाठक है । मैंने संस्कृत पाठशाला में अभ्यास कर (B.A-M.A) शास्त्री - आचार्य की पदवी प्राप्त की हुईं है । ।। मेरा परिचय ।। आनंद पाठक (आचार्य) ( साहित्याचार्य ) ब्रह्मरत्न अवार्ड विजेता (2015) B.a-M.a ( शास्त्री - आचार्य ) कर्मकांड भूषण - कर्मकांड विशारद ज्योतिष भूषण - ज्योतिष विशारद

Post a Comment

Previous Post Next Post