सूर्य स्तोत्र
एक हजार नामो के बराबर फल देनेवाले सूर्य के २१ नाम
यह स्त्रोत्र रोगो के विनाश के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है जिन्हे सूर्य स्तवराज के नाम से भी माना जाता है खासकर हृदयरोग,चर्मरोग,नेत्ररोग,और कुष्ठरोग के लिए यह रामबाण स्तोत्र है | प्रतिदिन भगवान् सूर्य के इन नामो का प्रातः काल पाठ करना चाहिए इन्ही नामो से श्री कृष्ण पुत्र साम्ब का चर्मरोग दूर हुआ था |
सूर्य स्तोत्र |
ॐ विकर्तनो विवस्वांश्च मार्तण्डो भास्करो रविः |
लोकः प्रकाशकः श्रीमान लोकचक्षु ग्रहेश्वरः ||
लोकसाक्षी त्रिलोकेशः कर्ता हर्ता तमिस्रहा |
तपनस्तापनश्चैव शुचिः सप्ताश्ववाहनः ||
गभस्तिहस्तो ब्रह्मा च सर्वदेवनमस्कृतः |
एकविंशतिरित्येष स्तवः इष्टः सदा रवे ||
सूर्य स्तोत्र नामावली
विकर्तनविवस्वानमार्तण्डभास्कररविलोकप्रकाशकश्रीमानलोकचक्षुग्रहेश्वरलोकसाक्षीत्रिलोकेषकर्ताहर्तातमिस्रहातपनतापनशुचिसप्ताश्ववाहनगभस्तिहस्तब्रह्मासर्वदेवनमस्कृत
|| अस्तु ||
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